चमोली:चमोली से फिश एंगलिंग के शौकीन लोगों के लिए राहत भरी खबर है. शुरुआती दौर में चमोली में जिला मत्स्य विभाग की पहल पर जनपद की 2 नदियों पर फिश एंगलिंग के परमिट भी स्वयं सहायता समूहों को आवंटित किये गए हैं. इन दो नदियों में फिश एंगलिंग का काम भी शुरू हो गया है. स्थानीय मछुआरे और फिश एंगलिंग के शौकीन पर्यटकों को मत्स्य विभाग द्वारा तय शुल्क जमा करने के बाद ही मछली पकड़ने की अनुमति दी जाएगी.
दरअसल, चमोली जनपद विश्वभर में अपनी सुंदरता के लिए विख्यात है. यहां पर हर साल देश और विदेशों से हजारों की तादाद में पर्यटक पहुंचते हैं. जनपद में कई छोटी बड़ी नदियां भी हैं, जिनमें ट्राउड और महासीर प्रजाति की मछलियां भी पाई जाती हैं.
चमोली जिले में पहुंचने के बाद नदियों को देखकर पकड़ने के शौकीन कई विदेशी पर्यटकों को नदियों में फिश एंगलिंग का ख्याल तो आता है, लेकिन बगैर अनुमति मछली पकड़ना कानूनन अपराध होने के चलते पर्यटक आज तक अपना यह शौक पूरा नहीं कर पाते थे.
लेकिन अब ऐसा नहीं है मत्स्य विभाग द्वारा चमोली जनपद में दो नदियों नंदाकिनी पर सितेल से सलबगड़ तक और अलकनंदा नदी पर नंदप्रयाग से लंगासू तक बीट निर्धारित कर फिश एंगलिंग के परमिट स्थानीय स्वयं सहायता समूहों को टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से वितरित किये हैं.