उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

ब्लॉक प्रमुख दानू हुए रिहा, कहा- शराब व्यवसायियों के आगे शासन-प्रशासन नतमस्तक - movement against liquor ban

देवाल ब्लॉक प्रमुख दर्शन दानू की रिहाई हो गई है. उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन ने शराब आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया है. अब ये आंदोलन बड़ा रूप लेगा, जिसमें देवाल की हर महिला, बुजुर्ग और युवा भागीदार बनेंगे.

chamoli news
दर्शन दानू

By

Published : May 8, 2020, 2:35 PM IST

Updated : May 8, 2020, 3:40 PM IST

थरालीः देवाल में शराब की दुकान खोलने के विरोध में गिरफ्तार ब्लॉक प्रमुख दर्शन दानू की रिहाई हो गई है. रिहा होने के बाद उन्होंने एक प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रशासन ने आंदोलनकारियों को जिस तरह बलपूर्वक और जबरन उठाकर शराब की दुकानें खुलवाने का काम किया है, उससे साबित होता है कि शासन-प्रशासन शराब व्यवसायियों के आगे नतमस्तक है. वहीं, उन्होंने आंदोलन को तेज करने की बात कही है.

देवाल ब्लॉक प्रमुख दर्शन दानू.

गौर हो कि देवाल बाजार में स्थित शराब की दुकान को सरकार के आदेश के बाद खोल दिया गया था. इसके विरोध में देवाल ब्लॉक प्रमुख दर्शन दानू के नेतृत्व में जनप्रतिनिधियों ने धरना दिया, लेकिन पुलिस ने उनके अनशन को दूसरे दिन खत्म करवा दिया. इस दौरान पुलिस ने बलपूर्वक आंदोलनकारियों को धरनास्थल से उठाकर गिरफ्तार कर लिया था.

इतना ही नहीं पुलिस 11 आंदोलनकारियों को गिरफ्तार कर थराली थाने ले आई. आंदोलनकारियों के खिलाफ लॉकडाउन के उल्लंघन के आरोप में महामारी अधिनियम धारा-188, 269, 270 और धारा 51 आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया था. अब पुलिस ने सभी आंदोलनकारियों को रिहा कर दिया है.

ये भी पढ़ेंःअफसरों की लापरवाही से काशीपुर में सैकड़ों लोग सरकारी राहत से वंचित

वहीं, रिहाई के बाद ब्लॉक प्रमुख दर्शन दानू ने कहा कि उन्होंने लॉकडाउन के दौरान शराब की दुकान को बंद करने के लिए प्रशासन को ज्ञापन दिया था. उन्होंने दुकान बंद न कराए जाने की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी दी थी. बावजूद इसके प्रशासन मूकदर्शक बना रहा. जबकि, प्रशासन ने आंदोलनकारियों को जबरन उठाकर शराब की दुकानें खुलवाने का काम किया है.

दानू ने कहा कि उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज किए हैं. जबकि, कई लोग सड़कों पर हाथों में दफ्ती लिए आंदोलनकारियों पर कमीशनबाजी का आरोप लगा रहे थे. उन्होंने पुलिस के सामने ही सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई. बावजूद इसके अभी तक प्रशासन उन लोगों की शिनाख्त नहीं कर सका है. तहसील प्रशासन और पुलिस का ये दोहरा रवैया केवल शराब विरोधी आंदोलन को कुचलने के लिए था.

वहीं, उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बाद भी शराब के विरुद्ध आंदोलन जारी रहेगा और प्रशासन ने शराब के जिस आंदोलन को कल देवाल में कुचलने के प्रयास किया, अब वही आंदोलन एक जनांदोलन का रूप लेगा. इस आंदोलन में देवाल की हर महिला, बुजुर्ग और युवा भागीदार बनेंगे.

Last Updated : May 8, 2020, 3:40 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details