थराली :नगर पंचायत में बीते कुछ दिनों से चल रहा बवाल अब भी जारी है. बीते हफ्ते नगर पंचायत की अधिशासी अधिकारी बीना नेगी को हटाए जाने के बाद नगर पंचायत का अधिशासी अधिकारी का प्रभार उपजिलाधिकारी किशन सिंह नेगी को दिया गया था. जिसके बाद आज लंबे समय बाद नगर पंचायत बोर्ड बैठक हुई, जिसमें भेंटा वार्ड की सभासद बसंती देवी और अपर बाजार थराली के सभासद हरीश पंत ने नगर पंचायत में वित्तीय अनियमितता और सरकारी धन के दुरुपयोग का आरोप लगाया.
इस मौके पर पार्षदों ने नगर पंचायत के सरकारी वाहन को 2600 किलोमीटर अनियमित तरीके से चलाए जाने, रजिस्ट्रेशन में विलंब होने के कारण एक लाख पच्चीस हजार रुपये विलंब शुल्क देकर सरकारी धन का दुरुपयोग करने, मोबाइल बायो टॉयलेट की खरीद बाजार मूल्य से अधिक दामों पर खरीदने में हुई वित्तीय अनियमितता और निर्माण कार्यों में वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाया.
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इस दौरान उन्होंने पूर्व में थराली नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी विनोद कुमार श्रेय के कार्यकाल की भी जांच की मांग की है. साथ ही दोनों पार्षदों ने अधिशासी अधिकारी विनोद कुमार श्रेय के अधिकारी गायब रहने के बावजूद वेतन आहरण पर सवाल उठाया है. वहीं, पूर्व अधिशासी अधिकारी विनोद कुमार श्रेय द्वारा अपने पुत्र अपने भाई समेत चार अन्य व्यक्तियों के संविदा पर नगर पंचायत थराली में नियुक्त किए जाने और उनका वेतन नगर पंचायत से निर्गत किये जाने का मामला उठाते हुए जांच की मांग की है.
उपजिलाधिकारी ने ज्ञापन का जवाब देते हुए कहा कि नगर पंचायत के कुछ सभासदों द्वारा वित्तीय अनियमितता संंबधी जांच की मांग की है. इस मामले की जांच वे स्वयं करेंगे और इस मामले में जांच के बाद ही दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी.
वहीं, नगर पंचायत की अध्यक्षा दीपा भारती ने सभासदों द्वारा लगाए गए आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि नगर पंचायत थराली में किसी भी तरह की कोई वित्तीय गड़बड़ी नहीं हुई है, और न ही नगर पंचायत में बोर्ड मेम्बरों में किसी तरह का कोई विवाद चल रहा है. उन्होंने कहा कि नगर पंचायत में सब ठीक चल रहा है और सभी थराली के विकास के लिए मिलकर कार्य कर रहे हैं.