थराली/चमोली:दूसरी लहर में कोरोना उत्तराखंड के गांवों में पहुंच गया है. सोशल मीडिया पर गांवों में बुखार और खांसी जुकाम से ग्रामीणों के पीड़ित होने की बात कही जा रही है. जिसका संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य विभाग भी लगातार इन गांवों में कैम्प लगाकर सैंपलिंग भी कर रहे हैं. लेकिन गांव की आबादी के मुताबिक बहुत कम लोग ही सैम्पलिंग में दिलचस्पी दिखा रहे हैं.
थराली विकासखण्ड में एक माह में 275 लोग कोरोना से संक्रमित हुए. इनमें से 159 लोग कोरोना से जंग जीतकर ठीक हो चुके हैं, जबकि 119 लोग अभी भी आइसोलेशन में हैं. वहीं कोरोना से थराली में एक ढाई माह की बच्ची की मौत भी हुई है. राहत की बात ये है कि थराली से संक्रमण की गंभीर स्थिति के चलते 6 लोगों के साथ ही 3 गर्भवती महिलाओं को रेफर किया गया है. बाकी सभी होम आइसोलेशन में ही रह रहे हैं. जो लोग कोरोना से रिकवर हुए हैं, वे भी अधिकांश घर पर ही रहकर ठीक हुए हैं.
थराली विकासखण्ड के 48 गांवों में से 21 गांवों तक कोरोना अपने पैर पसार चुका है. वहीं, देवाल विकासखण्ड में कोरोना के 73 केस हैं, जिनमें से 15 लोग ठीक हो गए हैं, जबकि 68 लोग अभी भी होम आइसोलेशन में हैं.
नारायणबगड़ विकासखंड अब तक कोरोना के कुल 214 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 92 लोग कोरोना से जंग जीत चुके हैं. वहीं, 139 लोग अभी भी आइसोलेट हैं. यहां भी 14 गांव इस समय संक्रमण की जद में हैं. एक ही दिन में 41 कोरोनापॉजिटिव आने से यहां के डुंगरी गांव को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है.