चमोलीः चीन से देश-दुनिया में फैल रहा कोरोना वायरस अब भारत के लिए भी चिंता का विषय बन गया है. वहीं, बजट सत्र के चौथे दिन सदन में कोरोना वायरस मामले को लेकर विपक्ष ने सत्ता पक्ष पर व्यवस्थाओं को लेकर तमाम सवाल खड़े किए. कांग्रेस विधायक काजी निजामुद्दीन ने पूछा कि प्रदेश में कोरोना वायरस से बचने के लिए किस तरह की व्यवस्था की गई है?
सदन में गूंजा कोरोना वायरस का मामला. वहीं, संसदीय कार्यमंत्री मदन कौशिक ने जवाब देते हुए कहा कि सरकार लगातार एडवाइजरी जारी कर रही है. साथ ही 104 हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है. जिससे किसी भी मरीज में कोरोना वायरस संबंधी लक्षण पाए जाते हैं तो वह तत्काल प्रभाव से हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर सकता है या फिर किसी नजदीकी अस्पताल में जाकर चेक-अप करा सकता है.
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उधर, सदन में चर्चा के बाद कांग्रेस विधायक काजी निजामुद्दीन ने बताया कि उत्तराखंड राज्य चीन और नेपाल बॉर्डर से सटा हुआ है. उत्तराखंड में यात्रा के तमाम स्थान हैं, ऐसे में बाहरी लोगों का तांता लगा रहता है. इतना ही नहीं प्रदेश में काफी इंडस्ट्रीज है. जहां पर तमाम चीन के लोग काम करते हैं. लिहाजा राज्य सरकार को व्यवस्थाओं पर ध्यान देना चाहिए. साथ ही विपक्षी पार्टी के विधायक ने पर्वतीय क्षेत्रों की खस्ताहाल स्वास्थ्य व्यवस्थाओं दुरस्त किए जाने पर फोकस किया.
जिस पर संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक ने बताया कि यह काफी संवेदनशील मामला है. राज्य सरकार की तैयारियां पूरी है और अभी तक करीब 20 हजार लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है. साथ ही बताया कि इन बीस हजार लोगों में से अभी तक कोई भी संदिग्ध नहीं मिला है. जिसमें कोरोना वायरस का लक्षण मिला हो.
बहरहाल, मदन कौशिक कोरोना को लेकर स्वास्थ्य महकमा अलर्ट पर और राज्य सरकार पूरी तरह से सतर्क होने की बात कह रहे हैं. अब देखना होगा कि विपक्ष के सरकार पर कोरोना वायरस को रोकने के प्रयास करने लापरवाही के आरोप सच साबित होते हैं या फिर सरकार इस वायरस से प्रदेशवासियों को बचाने में सफल हो पाएगी.