चमोली:बीते दिनों उत्तराखंड में हुई भारी बारिश ने तबाही मचाई है. ऐसे में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आपदाग्रस्त इलाकों के दौरे पर हैं. इसी कड़ी में सीएम धामी अपने तय कार्यक्रम के अनुसार चमोली के नारायणबगड़ ब्लॉक के डुंग्री गांव पहुंचे. सीएम ने यहां बीते दिनों हुई भारी बारिश के कारण आई आपदा की चपेट में आए लापता लोगों के परिजनों से भेंटकर उन्हें सांत्वना दी. इस मौके पर उनके साथ कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत और सतपाल महाराज भी मौजूद रहे. इस दौरान मुख्यमंत्री ने नलगांव में आपदा से मृतक के परिजनों को 4 लाख का चेक भी दिया.
ग्रामीणों ने बताया कि बीती 19 अक्टूबर को गांव के दो लोग भारी बारिश के दौरान पानी लाइन ठीक करने गए थे, तब से वे लापता हैं. गौर हो कि डुंग्री गांव निवासी भरत सिंह नेगी (पुत्र स्व0 गुमान सिंह नेगी उम्र 48 वर्ष) और वीरेन्द्र सिंह (पुत्र किशन सिंह उम्र 33 वर्ष) 19 अक्टूबर की शाम से लापता हैं. ग्रामीणों ने बताया कि 19 अक्टूबर को बारिश बंद होने के बाद शाम के समय दोनों लोग अपने गांव के निकट पेयजल लाइन को ठीक करने के लिए गए थे. इसी दौरान दोनों वहां पर भारी भूस्खलन की चपेट में आ गए और तब से लापता चल रहे हैं. घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन ने एसडीआरएफ को सर्च अभियान में लगा रखा है, लेकिन अभी तक दोनों का कोई सुराग नहीं मिला है.
आपदाग्रस्त डुंग्री गांव पहुंचे CM धामी. सीएम ने ग्रामीणों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है. सीएम ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में सभी संयम बनाए रखें. मुख्यमंत्री धामी ने भरोसा दिलाया कि संसाधन की कमी नहीं होने दी जाएगी.
वहीं, इसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिला मुख्यालय गोपेश्वर पहुंचे, जहां उन्होंने अस्पताल पहुंचकर देर रात मैठाणा में रसोई गैस सिलेंडर फटने से घायल ग्रामीणों का हाल जाना. मुख्यमंत्री ने 30 प्रतिशत से अधिक घायल लोगों को हेली से हायर सेंटर रेफर करने के निर्देश दिए. साथ ही जिला सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक कर जनपद में आई आपदा की समीक्षा की. इस बैठक में मुख्यमंत्री के अलावा चमोली के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज और धन सिंह रावत मौजूद रहे.
सिलेंडर फटने से घायल ग्रामीणों का हाल जानने पहुंचे सीएम. पढ़ें:ETV भारत के सवाल पर बोले अमित शाह, आपदा से निपटने को जल्द बनेगा रिसर्च एवं अपग्रेडेशन इंस्टीट्यूट
उन्होंने कहा कि जिले के अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की जाए, ताकि आपदा से प्रभावित जनमानस को समय रहते आसानी से राहत मिल सके. क्षतिग्रस्त कार्यों को समय से पूर्ण कराया जा सके. मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में राज्य के लगभग समस्त जिले अतिवृष्टि के कारण आपदा से प्रभावित हुए हैं. इस आपदा से जिलों में भूस्खलन, बाढ़ आदि के कारण अत्यधिक नुकसान और जनहानि भी हुई है. आपदा की स्थिति से निपटने के लिए सरकार निरंतर राहत एवं बचाव कार्यों के लिए प्रयासरत है.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी जिलों के प्रभारी मंत्रियों को पत्र लिखकर अपेक्षा की है कि वह इस प्राकृतिक आपदा में अपने जिलों में राहत कार्यों का निरीक्षण करें. तत्काल आपदा प्रभावितों को राहत दिलाएं. मुख्यमंत्री धामी ने आह्वान किया है कि सभी प्रभारी मंत्री अपने जिलों का भ्रमण करते हुए आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण, बचाव एवं राहत कार्यों की समीक्षा, राहत सामग्री, धनराशि का वितरण एवं प्रभावित परिवारों की कुशलक्षेम और क्षतिग्रस्त कार्यों का पुनर्निर्माण की कार्रवाई करें.
पीड़ितों को सांत्वना देते सीएम. नुकसान का आकलन करने आएगी टीम:गुरुवार को उत्तराखंड में आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए केंद्रीय गृह अमित शाह ने गढ़वाल और कुमाऊं में आपदाग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया था. दो घंटे के सर्वेक्षण के बाद उन्होंने जौलीग्रांट एयरपोर्ट स्थित गेस्ट हाउस में केंद्र और राज्य सरकार के आलाधिकारियों की बैठक की. उन्होंने कहा कि प्रदेश में आपदा से हुए नुकसान के आकलन के लिए तत्काल केंद्र से एक टीम भेजी जाएगी. उन्होंने उत्तराखंड को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है.
मदन कौशिश भी करेंगे निरीक्षण:वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक भी आज से नैनीताल जिले के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के लिए दो दिवसीय दौरा करेंगे. वह बिंदुखत्ता और सूर्याजाला के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में जाएंगे. साढ़े तीन बजे हल्द्वानी में आपदा कंट्रोल रूम का शुभारंभ करेंगे. रात में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे. शनिवार को वह रामनगर में आपदा प्रभावितों से मिलेंगे. आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेंगे.