चमोली/रुद्रप्रयागःमुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज 20 करोड़ 44 लाख 16 हजार की लागत से विकासखंड अगस्त्यमुनि के कोठगी में बनने वाले नर्सिंग काॅलेज का भूमि पूजन एवं शिलान्यास किया. इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम में पहुंचे छात्र-छात्राओं को बाल दिवस की शुभकामनाएं देते हुए जीवन में अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए कठिन परिश्रम करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राएं जीवन में जिस भी क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं, उस क्षेत्र में अव्वल रहकर नेतृत्व करने का कार्य करें. वहीं, सीएम धामी ने गौचर पहुंचकर 70वें राजकीय औद्योगिक पर्यटन विकास मेले का शुभारंभ भी किया.
रुद्रप्रयाग जिले के कोठगी गांव में नर्सिंग कॉलेज का शिलान्यास करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का होगा. यह तभी होगा जब हम धार्मिक, पर्यटन, आस्था, योग, आयुष समेत अन्य क्षेत्रों में अच्छा कार्य करेंगे. उन्होंने कहा कि हमने संकल्प लिया है कि उत्तराखंड को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल किया जाएगा. इसके लिए भ्रष्टाचार को जड़ से समाप्त करना होगा. यहां भर्तियों में गड़बड़ियां हुई और इसके लिए हमारी सरकार ने सख्त कदम उठाए. ये गड़बड़िया अभी से नहीं चल रही थी, जब से ये आयोग बना है, तब से चल रही थी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उत्तराखंड लगातार आगे बढ़ रहा है. इस बार की चारधाम यात्रा ने भी सभी रिकार्ड तोड़े हैं.
सीएम धामी ने कहा कि क्षेत्र में नर्सिंग काॅलेज (Nursing College in Rudraprayag) के बनने से क्षेत्र के बच्चों को नर्सिंग की पढ़ाई में लाभ मिलेगा. उन्हें कहीं नहीं जाना पड़ेगा. नर्सिंग कॉलेज को जल्द तैयार कर छात्र-छात्राओं को समर्पित किया जाएगा. सरकार का संकल्प है कि जिन विकास योजनाओं के शिलान्यास एवं भूमि पूजन कार्य किए जा रहे हैं, उनके लोकार्पण भी किए जाएंगे. प्रधानमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश विकास के पथ पर अग्रसर है. प्रधानमंत्री के कुशल मार्गदर्शन में बाबा केदार को विश्व में एक नई पहचान मिली है. साल 2013 की आपदा में केदार धाम को क्षति पहुंची थी. अब पीएम मोदी के कुशल नेतृत्व में यहां पुनर्निर्माण का कार्य तेज गति से किया जा रहा है.
प्रधानमंत्री की ओर से केदारनाथ यात्रा को और सुगम बनाने के लिए गौरीकुंड से रामबाड़ा तक रोपवे की सौगात दी गई है. जल्द इस पर कार्य शुरू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस साल यात्रा ऐतिहासिक रही है, जिसमें रिकॉर्ड यात्रियों ने बाबा केदारनाथ के दर्शन किए हैं. उन्होंने कहा कि यात्रा को सुगमता से संचालित करना एक बड़ी चुनौती थी, लेकिन जिला प्रशासन एवं सभी जन प्रतिनिधियों के सहयोग से यात्रा का सफल संचालन किया गया. ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन (Rishikesh Karnaprayag Rail Line) का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद आने वाले सालों में और अधिक संख्या में यात्री बदरी-केदार धाम आएंगे. हमें अपनी संस्कृति का परिचय देते हुए तीर्थ यात्रियों का ऐसा सत्कार करना है कि वे बार-बार देवभूमि लौटकर आएं.
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