थरालीः देवाल में चमोली हाइड्रो पावर के नाम से चल रही सूक्ष्म जल विद्युत परियोजना सरकार को लाखों का चूना लगा रही है. देवाल के कैल नदी पर 5 मेगावाट की विद्युत उत्पादन कंपनी की ओर से डैम साइट पर इस बार भी मेंटेनेंस का काम किया जा रहा है, लेकिन मेंटेनेंस के नाम पर कैल नदी में जेसीबी मशीन की मदद से खनन किया जा रहा है. यहां नदी में बड़े-बड़े गड्ढे बनाकर उपखनिज निकाले जा रहे हैं. जिसे लेकर प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है.
दरअसल, देवाल में चमोली हाइड्रो पावर प्राइवेट लिमिटेड की ओर से कैल नदी पर बांध बनाकर 5 मेगावाट क्षमता का बिजली उत्पादन किया जा रहा है. हर साल डैम साइट का मेंटेनेंस किया जाता है. ताकि, विद्युत उत्पादन की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल सके. साथ ही डैम साइट पर सुरक्षात्मक कार्य हो सके, लेकिन यहां कंपनी की ओर से कैल नदी का सीना चीरा जा रहा है. यहां नदी में जेसीबी उतारकर जमकर उपखनिज निकाले जा रहे हैं.