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दिव्यांग बुजुर्ग की मदद को आगे आईं डीएम स्वाति भदौरिया, खुद से की आर्थिक मदद

डीएम के जनता दरबार में निजमुला घाटी के ब्यारा गांव निवासी 57 वर्षीय बुजुर्ग वीर सिंह ने अपनी समस्या को डीएम के सामने रखा. हाथ से दिव्यांग और गरीबी की हालत होने के बावजूद बुजुर्ग, डीएम से रोजगार की गुहार लगाने के लिए जनता दरबार पहुंचा. बुजुर्ग की स्थिति को देखते हुए डीएम ने 4000 रुपये की आर्थिक मदद की.

डीएम ने की दिव्यांग बुजुर्ग की मदद.

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Published : Aug 27, 2019, 8:40 AM IST

चमोली: मानवता का रिश्ता कभी- कभी फर्ज से भी ऊपर हो जाता है, जिसकी बानगी चमोली जिले में देखने को मिली. जिला सभागार में आयोजित जनता दरबार में जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने एक दिव्यांग बुजुर्ग की दयनीय स्थिति को देखते हुए अपने पास से 4000 रुपये देकर उसकी मदद की. साथ ही अधिकारियों को गंगा गाय योजना और श्रम विभाग की योजनाओं के तहत उसकी मदद करने के निर्देश दिए.

दरअसल, हाथ से विकलांग निजमुला घाटी का ये बुजुर्ग गरीबी के कारण डीएम से रोजगार मांगने आया हुआ था. डीएम ने पशुपालन विभाग को दिव्यांग और उसके परिवार को गंगा गाय योजना के तहत दूध देने वाली अच्छी नस्ल की गाय उपलब्ध कराने और श्रम विभाग के अधिकारियों को बुजुर्ग को रोजगार जुटाने के लिए टूल किट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. जिससे गरीब बुजुर्ग के परिवार की आर्थिक स्थिति सुधर सके.

सोमवार को जिला सभागार में जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया की अध्यक्षता में जनता दरबार कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान विभिन्न गांवों से पहुंचे फरियादियों ने सड़क, शिक्षा, पेयजल, विद्युत, आवास, आर्थिक सहायता, जंगली जानवरों से सुरक्षा, दिव्यांग प्रमाण पत्र और दैवीय आपदा में क्षतिग्रस्त पैदल मार्ग दुरुस्त करने से संबंधित 17 शिकायतें डीएम के सामने रखीं. डीएम ने अधिकारियों को तत्काल शिकायतों का निस्तारण करने के निर्देश दिए. साथ ही इस दौरान डीएम ने शिकायत प्रकोष्ठ तहसील दिवस, बहुद्देश्यीय शिविरों और अन्य स्तरों से प्राप्त शिकायतों की भी समीक्षा की.

डीएम ने की दिव्यांग बुजुर्ग की मदद.

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दिव्यांग वीर सिंह ने डीएम से गुहार लगाते हुए कहा कि वृद्धावस्था में अस्वस्थ होने के कारण वो मजदूरी करने में भी असमर्थ हैं. जिस पर डीएम ने उन्हें अपने कक्ष में बुलाया. साथ ही डीएम ने 4000 रुपये की आर्थिक मदद की. साथ ही परिवार के भरण-पोषण के लिए गाय गंगा योजना के तहत दूध देने वाली अच्छी नस्ल की गाय और टूलकिट देने का आश्वासन दिया. डीएम की मदद से असहाय बुजुर्ग की खुशी का ठिकाना नहीं रहा.

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