चमोली: मुख्य विकास अधिकारी (CDO) डॉ ललित नारायण मिश्र की खास पहल पर इन दिनों सीमांत जनपद चमोली में युवाओं को हेयर ड्रेसिंग में करियर बनाने के लिए 13 दिवसीय विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है. एसबीआई के ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) के माध्यम से पहली बार इस तरह का प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया है. मुख्य विकास अधिकारी ने खुद हेयर ड्रेसिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया. जनपद के सभी विकास खंडों से युवा इसमें उत्साह के साथ प्रतिभाग कर रहे हैं.
Promotion of self employment: चमोली के युवा ले रहे हैं हेयर कटिंग की ट्रेनिंग, सैलून खोलकर करेंगे स्वरोजगार
चमोली में युवाओं को इन दिनों स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जा रहा है. जिला विकास कार्यालय युवाओं को हेयर कटिंग की ट्रेनिंग दे रहा है. पहले चरण में 100 युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
चमोली में हेयर कटिंग की ट्रेनिंग: मुख्य विकास अधिकारी ललित नारायण मिश्र ने कहा कि स्थानीय युवाओं की डिमांड पर हेयर कटिंग सहित सैलून से संबंधित कार्यों का प्रशिक्षण देने का निर्णय लिया गया है. स्वरोजगार को लेकर प्रदेश में इस तरह का यह पहला प्रशिक्षण कार्यक्रम है. उन्होंने युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि हेयर कटिंग एक आर्ट है. हेयर ड्रेसिंग में युवा कम संशाधनों में एक अच्छा स्वरोजगार खड़ा कर सकते हैं. गांव क्षेत्रों में हेयर ड्रेसर की बहुत डिमांड रहती है और प्रतिभाशाली युवा इसमें बहुत जल्दी सफलता पा सकते हैं.
ये भी पढ़ें:स्वरोजगार की रफ्तार से सुस्त पड़ी पलायन की मार, फिर से आबाद हो रहा 'पहाड़'
100 लोगों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य: उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण लेने के बाद इच्छुक युवाओं को पीएमईजीपी से सब्सिडी पर ऋण भी उपलब्ध कराया जाएगा. आरसेटी (Rural Self Employment Training Institutes) के निदेशक ने बताया कि ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) में जनपद के 9 विकासखंडों के 24 युवाओं को हेयर ड्रेसिंग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रशिक्षण पूरा करने पर युवाओं को प्रमाण पत्र प्रदान करने के साथ ही स्वरोजगार खोलने में पूरी मदद दी जाएगी. उन्होंने बताया कि हेयर डेसिंग का आगे भी सतत रूप से प्रशिक्षण दिया जाएगा और जिले 100 लोगों को प्रशिक्षत करने का लक्ष्य रखा गया है.