चमोली: बदरीनाथ धाम में चारधाम यात्रा शुरू करने के लिए बद्रीश संघर्ष समिति के नेतृत्व में गोविंदघाट, पिनोला ,पांडुकेश्वर, लामबगड़, हनुमान चट्टी, बैनाकुली, बद्रीनाथ बामणी और माणा गांव के लोगों प्रदर्शन रैली निकाली. यह रैली साकेत तिराहे से लेकर बस स्टैंड निकाली गई. इस दौरान लोगों ने खाली बर्तन लेकर सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की.
प्रदर्शनकारियों में स्थानीय विधायक और धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज के खिलाफ गुस्सा नजर आया. प्रदर्शनकारियों ने ऐलान किया है कि अगर 18 अगस्त तक यात्रा शुरू करने के मसले पर कोई हल नहीं निकलता है, तो ग्रामीण जबरन मंदिर में घुसकर अपने आराध्य देव भगवान बदरीविशाल के दर्शन करेंगे. कोविड संक्रमण के कारण स्थानीय लोगों को भी बदरीनाथ मंदिर में जाने की अनुमति नहीं है.
बद्रीश संघर्ष समिति का सरकार को अल्टीमेटम. बद्रीश संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेश मेहता का कहना है कि सरकार ने प्रदेश के सभी पर्यटन स्थल खोल दिए हैं लेकिन चार धाम बंद हैं. चारधाम यात्रा को लेकर सरकार का दोहरा रवैया देखने को मिल रहा है. राजेश मेहता ने कहा कि वो सरकार से विनती करते हैं कि जल्द से जल्द चारधाम यात्रा शुरू करें, ताकि धाम में रह रहे सभी लोगों की आर्थिकी में सुधार हो सके.
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हाईस्कूल व इंटर की परीक्षाओं में मेरिट लिस्ट में नाम दर्ज करवाने वाले कन्हैया चौहान का कहना है पहले चरण में मैंने विद्या तो कमा ली लेकिन दूसरे चरण में वो धन कहां से कमाएं और पुण्य तो बहुत दूर की बात है. इस सरकार ने हमें बेरोजगार किया है. ऐसे में उन्होंने चारधाम यात्रा जल्द शुरू करने के लिए अकेले ही आमरण अनशन और आत्मदाह की चेतावनी दी है.