चमोली:हिन्दुओं के पवित्र चारधामों में से एक बदरीनाथ के कपाट कल शुक्रवार को ब्रहम महूर्त में प्रात: काल साढ़े 4 बजे खोले जाएंगे. आज पांडुकेश्वर स्थित योग ध्यान बदरी मंदिर में कुबेर, उद्धव और गरुड़ जी की विशेष पूजा की गई. कुबेर जी, उद्धव जी, गरुड़ जी, आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी और गाडू घड़ा तेल कलश यात्रा के साथ बदरीनाथ के रावल पांडुकेश्वर से बदरीनाथ धाम के लिए रवाना हुए. बदरीनाथ धाम के कपाट खोलने के मौके पर धाम में सिर्फ 28 लोगों को ही मौजूद रहने की अनुमति दी गई है.
आज पांडुकेश्वर स्थित योग ध्यान बदरी मंदिर में कुबेर जी, उद्धव जी और गरुड़ जी की विशेष पूजा की गई. हक-हकूकधारियों ने सामाजिक दूरी का पालन करते हुए भगवान को पुष्प अर्पित किए. भक्तों ने भगवान बदरीनाथ से कोरोना संकट से निजात दिलाने की कामना की. बदरीनाथ धाम में इन दिनों मौसम सुहाना बना हुआ है. दूर-दूर तक फैली पर्वत चोटियों में जमी बर्फ और मंद मंद चल रही ठंडी हवाएं मन को सुकून पहुंचा रही हैं. बदरीनाथ धाम को गेंदे के फूलों से सजाया गया है.
आदिगुरु शंकराचार्य की गद्दी बदरीनाथ रवाना ये भी पढे़:15 मई को खुलेंगे बदरीनाथ के कपाट, सिर्फ 28 लोगों को दर्शन की अनुमति
कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के कारण बदरीनाथ धाम परिसर में कपाट खुलने के दौरान चुनिंदा वेदपाठी ब्राह्मण और मंदिर से जुड़े कर्मचारी ही मौजूद रहेंगे. बदरीनाथ नगर पंचायत की ओर से आस्था पथ के साथ ही बस स्टेंड और मंदिर परिसर में साफ-सफाई की गई है. बदरीनाथ सिंह द्वार, मंदिर परिसर, परिक्रमा स्थल, तप्त कुंड के साथ ही विभिन्न स्थानों को लगातार सैनिटाइज किया जा रहा है.
देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि बदरीनाथ धाम के कपाट खोलने की तैयरियां पूरी हो गई हैं. धाम के कपाट खोलने की प्रक्रिया पूरे विधि-विधान के साथ होगी. लॉकडाउन के कारण भक्तों की आवाजाही पर प्रतिबंध है. हालांकि, शुक्रवार से श्री बदरीनाथ धाम की पूजा-अर्चना विधिवत रूप से शुरू हो जाएगी.
बदरीनाथ धाम में कल कब क्या होगा ?
- सुबह 3 बजे से मंदिर कर्मचारी ड्यूटी पर तैनात हो जाएंगे.
- प्रात: सवा तीन बजे बदरीनाथ के दक्षिण द्वार से भगवान कुबेर जी को मुख्य मंदिर परिसर में प्रवेश कराया जाएगा.
- प्रात: 3 बजकर 30 मिनट पर रावल, धर्माधिकारी और वेदपाठी उद्धव जी के साथ मंदिर में प्रवेश करेंगे
- सुबह 4 बजकर 30 मिनट-बदरीनाथ धाम के कपाट खोल दिए जाएंगे.