चमोलीःआगामी 16 जुलाई को चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. जिसका असर भारत में भी देखने को मिलेगा. ग्रहण रात के एक बजकर 37 मिनट से सुबह 4 बजकर 32 मिनट कर भारत में स्पर्श करेगा. इसी को देखते हुए 16 जुलाई की शाम 4 बजकर 37 मिनट से भगवान बदरीविशाल के कपाट पूरी तरह बंद कर दिए जाएंगे. जो 17 जुलाई सुबह 6 बजे अभिषेक और पूजा अर्चना के साथ फिर से खोले जाएंगे.
बदरीनाथ धाम के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने बताया कि चंद्रग्रहण होने से 9 घंटे पहले सूतक लग जाता है. जिसके चलते भगवान बदरीनाथ की सभी पूजायें सूतक लगने से पहले संपन्न कर ली जाएंगी. 17 जुलाई की सुबह 6 बजे भगवान बदरीनाथ के मंदिर समेत परिसर की साफ सफाई की जाएगी. जिसके बाद कपाट खुलने पर भगवान बदरीनाथ की अभिषेक और पूजा प्रारंभ की जाएगी. साथ ही आम श्रद्धालु भगवान बदरीविशाल के दर्शन कर सकेंगे.
भृगु ज्योतिष एवं मंत्र साधना केंद्र नंदप्रयाग के पंडित शंभू प्रसाद पांडे ने बताया कि 16 जुलाई को शाम 4 बजकर 37 मिनट पर ग्रहण का सूतक प्रारंभ हो जाएगा और 17 जुलाई की सुबह 4 बजकर 32 मिनट पर चंद्रग्रहण का पृथ्वी से मोक्ष हो जाएगा. उन्होंने बताया कि सूतक लगने के बाद भोजन और जलग्रहण नहीं करना चाहिए.