चमोलीःआने वाली 10 मई को सिखों के पवित्र तीर्थ स्थल हेमकुंड साहिब के कपाट खुलेंगे. इसको लेकर गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. गोविंदघाट गुरुद्वारे में मत्था टेकने के बाद सेना के इंजीनियरिंग कोर के 16 जवान हेमकुंड पैदल मार्ग से बर्फ हटाने के लिए रवाना हो गए हैं. सेना के जवान अटलाकोटी ग्लेशियर से हेमकुंड तक पैदल मार्ग से बर्फ हटाने का काम शुरू करेंगे. साथ ही हेमकुंड साहिब में भी गुरुद्वारा परिसर से बर्फ हटाएंगे. इस सीजन में हेमकुंड साहिब में 8 फीट बर्फ जमीं है. कुछ दिनों में बर्फ हटाने के लिए सेना के 20 जवान और हेमकुंड साहिब पहुंचेंगे.
10 मई को खुलेंगे हेमकुंड साहिब के कपाट, बर्फ हटाने के लिए जवानों का दस्ता रवाना - Hemkund Sahib kapat will open on May 10
10 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट खुलेंगे. गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. वहीं सेना के 16 जवान हेमकुंड पैदल मार्ग से बर्फ हटाने के लिए रवाना हो गए हैं.
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समुद्र तल से 15225 फीट पर स्थित हेमकुंड साहिब सिखों का सबसे ऊंचा और पवित्र तीर्थस्थल है. बता दें कि है कि इस स्थान पर सिखों के10वें और अंतिम गुरु गुरु गोविंद सिंह ने तपस्या की थी. साथ ही इसी स्थान पर अयोध्या निर्वासन के बाद भगवान लक्ष्मण ने तपस्या की थी. इसी वजह से यंहा पर लोकपाल लक्ष्मण मंदिर भी स्थित है. यहां दो धर्मों का अनोखा संगम देखने को भी मिलता है. इन दिनों हेमकुंड साहिब में गुरुद्वारा सहित हेमकुंड सरोवर लक्ष्मण मंदिर बर्फ की सफेद चादर से ढका है.