चमोली:नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी के कर्नल अमित बिष्ट ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे जवानों ने 4 पर्वतारोहियों के शव बरामद कर लिए हैं. 2 लोगों की तलाश अभी भी जारी है. निम और सेना की टीम शुक्रवार को हुए हादसे के बाद से ही रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है.
त्रिशूल चोटी पर हिमस्खलन की चपेट में आने से लापता हुए नौसेना के 5 जवानों सहित एक पोर्टर की तलाश के लिए सेना और निम की टीम ने हेलीकॉप्टरों के माध्यम से आज सुबह 7 बजे रेस्क्यू अभियान दोबारा शुरू कर दिया था. निम के कर्नल अमित बिष्ट ने आज दोपहर बताया था कि (Nehru Institute Of Mountaineering) हेलीकॉप्टर से देखने पर त्रिशूल पर्वत के आपपास कुछ पर्वतारोही बर्फ में दबे दिखे.
सर्च ऑपरेशन की कमान संभाले निम के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट ने कहा कि जोशीमठ और त्रिशूल चोटी के आसपास मौसम साफ होने पर आज सुबह 7 बजे से ही रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया. रेस्क्यू अभियान में निम उत्तरकाशी की सर्च एंड रेस्क्यू की टीम, हाई एल्टीट्यूड वॉरफेयर स्कूल गुलमर्ग, गढ़वाल स्काउट्स से सेना की टीमें शामिल हैं. उन्होंने बताया कि हेली से रैकी के दौरान हिमस्खलन वाले क्षेत्र में बर्फ में तीन से चार व्यक्ति पड़े हुए दिखे हैं. लेकिन उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखी है, जिनको निकालने के लिए रेस्क्यू चल रहा है. इसके कुछ घंटे बाद ही निम और सेना की रेस्क्यू टीम ने 4 शव बरामद कर लिए.
बेस कैंप लाया गया पार्थिव शरीर: निम और सेना के संयुक्त रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद लेफ्टिनेंट कमांडर रजनीकांत यादव, लेफ्टिनेंट कमांडर योगेश तिवारी, लेफ्टिनेंट कमांडर अनंत कुकरेती और एमसीपीओ हरिओम के पार्थिव शरीर को हेलीकॉप्टर द्वारा के जरिए बेस कैंप लाया गया. रविवार को हेलीकॉप्टर के जरिए सभी जवानों के पार्थिव शरीर को नेवी सेंटर ले जाया जाएगा और वहां से उन्हें अंतिम विदाई के लिए उन्हें पैतृक घर रवाना किया जाएगा.