थराली और रुद्रप्रयाग में उफान पर नदियां रुद्रप्रयाग/थरालीः उत्तराखंड में बारिश से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. रुद्रप्रयाग में अलकनंदा नदी खतरे के निशान को पार कर गई है. घाट और सभी पैदल मार्ग जलमग्न हो गए हैं. उधर, पिंडर नदी भी खतरे के निशान पर बह रही है. नदी के उफान पर आने से कर्णप्रयाग, ग्वालदम समेत सिमलसैंण गांव पर खतरा मंडरा रहा है. लोगों को एहतियातन नदी किनारे जाने पर रोक लगा दी गई है.
रुद्रप्रयाग में घाट जलमग्न बता दें कि पहाड़ों में देर रात से भारी बारिश जारी है. बारिश के कारण रुद्रप्रयाग में 20 से ज्यादा मोटर मार्ग बंद हो गए हैं. जबकि, नदी नाले उफान पर बह रहे हैं. रुद्रप्रयाग में अलकनंदा नदी का विकराल रूप देखने को मिल रहा है. अलकनंदा नदी का खतरे का निशान 626 मीटर है, जो इसे पार करते हुए बह रही है.
वहीं, अलकनंदा नदी किनारे स्थित सभी घाट पानी में डूब गए हैं. घाटों और नदी में जाने वाले रास्ते भी जलमग्न हैं. बेलनी पुल के नीचे शिव की मूर्ति भी जलमग्न हो चुकी है. जबकि, हनुमान मंदिर के पास भी अलकनंदा नदी पहुंचने वाली है. इसके साथ ही नदी किनारे बने आवासीय भवन खतरे की जद में आ गए हैं.
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केदारनाथ यात्रा प्रभावितःकेदारनाथ धाम में भी रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है. बारिश के कारण एक बार फिर से यात्रियों की संख्या में कमी आ गई है. कुछ दिनों से केदारनाथ धाम समेत यात्रा मार्गों पर मौसम साफ रहने से तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ रही थी, लेकिन बीती देर रात से बारिश होने के कारण केदारनाथ हाईवे पर फिर से डेंजर जोन सक्रिय हो गए हैं.
खतरे के निशान पार कर बह रही अलकनंदा नदी वहीं, ऑल वेदर रोड निर्माण के बाद से केदारनाथ हाईवे की हालत बद से बदतर हो गई है. हाईवे पर सफर करना किसी खतरे से खाली नहीं रह गया है. इसके साथ ही गौरीकुंड से केदारनाथ 18 किमी पैदल मार्ग के भी जगह-जगह बरसाती गदेरे उफान पर आ गए हैं. ऐसे में तीर्थयात्रियों को जान हथेली पर रखकर सफर तय करना पड़ रहा है.
थराली में नदियों में बह रहा मटमैला पानी थराली में पिंडर नदी का पानी आवासीय मकानों तक पहुंचाःचमोली के थराली में मूसलाधार बारिश से जनजीवन प्रभावित हो गया है. प्राणमती नदी और पिंडर नदी उफान पर बह रही हैं. जिससे व्यापारियों और स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है. इतना ही नहीं पिंडर नदी का पानी आवासीय मकानों को छूकर बह रहा है, जिससे खतरा बढ़ गया है.
थराली में पिंडर नदी से मंडराया खतरा तहसीलदार प्रदीप नेगी ने बताया कि पिंडर नदी खतरे के निशान से नीचे बह रही है, लेकिन नदी किनारे रहे लोगों को सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं. थराली के प्राणमती नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है. बारिश की वजह से जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है, जिससे कई सड़कें बंद हो गई हैं.
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थराली में दुकानों को छूकर बह रही नदीःथराली मुख्य बाजार में नदी दुकानों के नीचे पहुंच गई है. पिंडर नदी और प्राणमती नदी से कर्णप्रयाग, ग्वालदम समेत सिमलसैंण गांव पर भी खतरा मंडरा रहा है. अगर समय रहते नदियों से आरबीएम नहीं हटाया गया तो आने वाले समय में थराली क्षेत्र पर खतरा और बढ़ सकता है.