चमोली: विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा एक जुलाई से उत्तराखंड वासियों के लिए शुरू कर दी गई है. तीन दिनों में अब तक 300 से अधिक श्रद्धालु भगवान बदरी-विशाल के दर्शन कर चुके हैं. अभी तक पहाड़ी जनपदों के साथ-साथ ही मैदानी क्षेत्रों के लोगों को चारधाम यात्रा करने की अनुमति दी गई है.
बदरीनाथ धाम के कपाट 15 मई को खोल दिये गये थे. कोरोना के कारण श्रद्धालुओं को भगवान बदरी-विशाल के दर्शन की इजाजत नहीं थी. हालांकि मई महीने के बाद जून में बामणी और माणा गांव के लोगों को दर्शन की इजाजत दी गई. एक जुलाई को प्रदेशवासियों को भी चारों धामों में जाने की इजाजत दी गई. जिसके बाद से ही लगातार बदरी धाम में श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला जारी है. बदरीनाथ में पहले दिन 86, दूसरे दिन 120 और तीसरे दिन आज शाम तक 185 श्रद्धालुओं ने भगवान बदरी-विशाल के दर्शन किए.
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वहीं बात अगर बदरीनाथ धाम में व्यवस्थाओं की करें तो दुकानें और होटल न खुलने के कारण अभी भी श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. फिलहाल, नगर पंचायत बदरीनाथ के द्वारा श्रदालुओं के लिए सामान्य दरों पर खाने की व्यवस्था की गई है. बदरीनाथ धाम में श्रद्धालुओं को रात में रुकने की अभी भी इजाजत नहीं है. समय के आभाव के कारण श्रद्धालु अन्य धार्मिक स्थलों भीम पुल, व्यास गुफा, गणेश गुफा, वसुधारा के दर्शन नहीं कर पा रहे हैं.