देहरादून: राजधानी देहरादून में 3 साल पहले शुरू किया गया 'Womenia Band' आज किसी पहचान का मोहताज नहीं है. यूं तो देश में आज कई म्यूजिकल बैंड हैं, लेकिन 'Womenia Band' इन सबसे अलग है. इसका कारण है इस बैंड में काम करने वाली महिलाएं. ये देश का एक मात्र ऐसा बैंड है जिसकी मुख्य गायिका से लेकर गिटारिस्ट, पियानो आर्टिस्ट और ड्रमर सभी महिलाएं हैं. इस बैंड की संस्थापक स्वाति सिंह से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की. आइये आपको बताते हैं 'Womenia Band' के बनने से लेकर संघर्ष तक की कहानी स्वाति सिंह की जुबानी.
देश के पहले 'Womenia Band' की संस्थापक स्वाति सिंह यूपी के उन्नाव जिले की रहने वाली हैं. उनके इस बैंड में पांच सदस्य हैं, जो कि इस बैंड के लिए दिन रात मेहनत करती हैं. स्वाति ने आज से 3 साल पहले अपने दोस्तों के साथ मिलकर 'Womenia Band' बनाया था. जिसके बाद से लेकर अब तक ये बैंड देश के अलग-अलग प्रदेशों में अलग पहचान बना चुका है.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए स्वाति ने अपने संघर्ष की कई बातें साझा की. स्वाति बताती हैं कि उन्हें बचपन से ही सिंगिंग का शौक था. अपने इसी शौक को पूरा करने के लिए उन्होंने सरकारी नौकरी तक की परवाह नहीं की और देहरादून आकर एक म्यूजिकल बैंड शुरू करने की सोची.
अपने शुरुआती दिनों को याद करते हुए स्वाति बताती हैं कि बैंड शुरू करने और लोगों को जोड़ने में उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ा, लेकिन समय के साथ-साथ उनकी साथियों की मेहनत के बाद बैंड को एक नई पहचान मिली, जिसके बाद हर उम्र की महिलाएं उनसे जुड़ने लगी.
'Womenia Band' आज हर तरह के गीतों को फ्यूज़न के बेहतरीन अंदाज़ में प्रस्तुत करता है. जो कि युवाओं के साथ हर वर्ग के लोगों को खूब पसंद आता है.'Womenia Band' ने कई गढ़वाली गानों का फ्यूजन कर उन्हें नए कलेवर में पेश कर उनकी लोकप्रियता बढ़ाई है.
अपने बैंड को लेकर बात करते हुए स्वाति कहती हैं कि जिस तरह से उनके बैंड को देश में पहचान मिल रही है, उससे वे बहुत खुश हैं. उन्होंने कहा कि भविष्य में वे चाहती हैं कि युवा लड़के भी उनके बैंड से जुड़ें. अपने भविष्य की तैयारियों को लेकर बात करते हुए स्वाति कहती हैं कि वे अपेन बैंड और गीतों के माध्यम से समाज को एक बेहतर संदेश देने का प्रयास कर रही हैं. स्वाति ने कहा कि आगे भी उनका बैंड गीतों और फ्यूजन के माध्यम से समाज की बुराइयों को दूर करने का प्रयास करता रहेगा.