देहरादून:प्रदेश के प्रशासनिक अधिकारी आज भी केंद्रीय योजनाओं की फाइलों को लटकाने में लगे हुए हैं. जिसके कारण राज्य में केंद्र पोषित योजनाओं के परवान चढ़ने में लगातार देरी हो रही है. हाल में नीति आयोग द्वारा पेश की गई रिपोर्ट में अधिकारियों की लापरवाही उजागर हुई है. नीति आयोग ने उत्तराखंड में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन को लेकर एक रिपोर्ट पेश की है. जिसमें अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं. रिपोर्ट के अनुसार अधिकारी केंद्रीय योजनाओं में फाइलों को कछुए की गति से आगे बढ़ातें हैं जिसके कारण विकास कार्यों पर असर पड़ता है.
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राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की योजनाओं को पलीता लगाने में अधिकारी कोई कसर नहीं छोड़ रहे. ऐसा हम नहीं बल्कि नीति आयोग की रिपोर्ट बयां कर रही है. बताया जा रहा है कि नीति आयोग की रिपोर्ट में एनएचएम की केंद्र पोषित योजनाओं की फाइलों को देरी से आगे बढ़ाने की बात कही गई है. रिपोर्ट में बताया गया है कि अधिकारी केंद्रीय योजनाओं की फाइलों को तीन-तीन महीनों बाद आगे बढ़ाते हैं. जिसके कारण प्रदेश में विकास की योजनाएं पिछड़ रही हैं.