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रियलिटी चेक: दून की ज्यादातर पुलिस चौकियों के TOILET बदहाल, महिलाकर्मियों के लिए अलग व्यवस्था नहीं - देहरादून न्यूज

देहरादून की पुलिस चौकियों में महिला शौचालयों की हालत अत्यंत खराब है. न तो वहां सफाई व्यवस्था है और न ही अन्य सुविधाएं. ऐसे में महिलाकर्मियों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है.

महिला शौचालयों की हालत खराब

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Published : Jul 3, 2019, 6:32 AM IST

Updated : Jul 3, 2019, 11:05 PM IST

देहरादूनः केंद्र सरकार की 'खुले में शौच मुक्त भारत' मुहिम के तहत मंगलवार को राजधानी देहरादून की विभिन्न पुलिस चौकियों का ईटीवी भारत की टीम ने जायजा लिया. इस दौरान सभी चौकियों में शौचालय और बाथरूम तो जरूर मिले, लेकिन कुछ चौकियां ऐसी थीं जिसमें महिला पुलिसकर्मियों के लिए अलग शौचालय की व्यवस्था थी.

बता दें कि ईटीवी भारत की टीम ने राजधानी देहरादून की लगभग 5 चौकियों का जायजा लिया जिसमें जोगीवाला पुलिस चौकी, करनपुर चौकी, आराघर चौकी, लखीबाग चौकी, और ISBT चौकी शामिल है. सबसे पहले जब हमारी टीम ने जोगीवाला पुलिस चौकी का रुख किया तो यह पूरी चौकी हमें काफी जर्जर हालत में मिली .

पुलिस चौकियों में महिला शौचालय की हालत खराब.

वहीं, दूसरी तरफ जब यहां बने शौचालय और बाथरूम का जायजा लिया गया तो यहां एक टॉयलेट और एक बाथरूम की व्यवस्था तो थी लेकिन साफ-सफाई शून्य के बराबर थी. इसके साथ ही चौकी में तैनात महिला कांस्टेबलों के लिए अलग से कोई शौचालय की व्यवस्था नहीं थी.

जब हमारी टीम शहर के बीचोंबीच मौजूद करनपुर और आराघर चौकी का जायजा लेने पहुंची तो यहां स्टाफ के लिए हमें टॉयलेट और बाथरूम की व्यवस्था तो जरूर नजर आई लेकिन यहां भी सफाई व्यवस्था चरमराई हुई ही थी. आराघर चौकी में जहां महिलाकर्मियों के लिए अलग से शौचालय की व्यवस्था थी लेकिन करनपुर चौकी में महिलाकर्मियों के लिए अलग से शौचालय की कोई कोई व्यवस्था नजर नहीं आई .

गौरतलब है कि इस पूरे रियलिटी चेक के दौरान सबसे आखिर में हमारी टीम ISBT रिपोर्टिंग चौकी पहुंची. यह एकमात्र ऐसी पुलिस चौकी थी जहां व्यवस्थाएं काफी सही थीं. एक तरफ यहां महिला और पुरुष पुलिस कर्मियों के लिए अलग-अलग टॉयलेट और बाथरूम की व्यवस्था थी. वहीं यहां हमें सफाई व्यवस्था भी अन्य चौकियों के मुकाबले काफी बेहतर नजर आई.

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कुल मिलाकर देखा जाए तो इस रियलिटी चेक के माध्यम से हमारा मकसद सिर्फ जिम्मेदार महकमे के आलाधिकारियों का ध्यान इस ओर आकर्षित करना है कि शहर की विभिन्न चौकियों में जो शौचालय और बाथरूम कर्मचारियों के लिए बनाये गए हैं उनमें कम से कम बेहतर सफाई व्यवस्था तो हो. साथ ही चौकियों में तैनात महिलाकर्मियों के लिए अलग शौचालय की व्यवस्था न होना भी एक गंभीर विषय है.

Last Updated : Jul 3, 2019, 11:05 PM IST

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