नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश कर रही हैं. बजट में सरकार का जोर राजकोषीय घाटे को काबू में रखने के साथ आर्थिक वृद्धि और रोजगार सृजन को गति देने पर है. बजट पेश करने के दौरान निर्मला सीतारमण ने शायरी के जरिए अपनी सरकार के इरादे जताए.
सीतारमण ने बजट शुरू करने से पहले चाणक्य नीति का जिक्र किया. साथ ही उर्दू में शायरी के साथ बजट की शुरुआत की.
वित्त मंत्री ने मशहूर शायर मंजूर हाशमी का शेर पढ़ते हुए कहा कि 'यकीन हो तो कई रास्ता निकलता है, हवा की ओट लेकर भी चराग जलता है'. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार के लिए नैशनल सिक्योरिटी सबसे बड़ा मुद्दा है. इस बजट में इसके लिए खास प्रावधान किया गया है.
वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि मजबूत देश के लिए मजबूत नागरिक का होना जरूरी है. इसके लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. उन्होंने बताया कि देश की अर्थव्यवस्था 3 ट्रिलियन डॉलर की होगी. इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत करने की जरूरत है.