देहरादून: टिहरी जिले के भसान गांव में हुए दलित हत्याकांड मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया आरोपी रोहित असवाल उर्फ गब्बर घटना के वक्त घटनास्थल पर मौजूद ही नहीं था. जिसकी पुष्टी अभियुक्त गब्बर के साथ होटल में काम करने वाले उसके साथी और होटल में लगे सीसीटीवी कैमरे कर रहे हैं. सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि जिस वक्त घटना घटी थी उस वक्त गब्बर देहरादून के होटल के अंदर मौजूद था.
बता दें कि पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर दलित हत्याकांड मामला टिहरी के भसान गांव में 26 अप्रैल 2019 को रात 9 बजे हुआ था. इस मामले में पुलिस ने 7 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है. जिसमें एक नाम रोहित असवाल का भी शामिल है.
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वहीं, रोहित असवाल की गिरफ्तारी पर उसके साथ देहरादून के होटल में काम करने वाले स्टाफ ने सवाल खड़े किए हैं. होटल में काम करने वाले चैनसिंह, सुरेंद्र सिंह सहित पूरे होटल स्टाफ का कहना है कि 26 अप्रैल 2019 को रोहित असवाल पूरे समय होटल में ही था और उसने रात 8.38 तक होटल के रिसेप्शन पर अपनी जूनियर मैनेजर की ड्यूटी की थी. जिसकी पुष्टी ये सीसीटीवी फुटेज कर रहा है. तो फिर पुलिस ने रोहित को किस आधार पर गिरफ्तार किया है.
रोहित के साथियों का कहना है कि वे रोहित के गांव में हुई इस घटना की निंदा करते हैं. जो दोषी है उसे सजा जरूर मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इस घटना में कौन-कौन शामिल है ये नहीं जानते. लेकिन रोहित असवाल उस दिन उनके साथ होटल में ही मौजूद था और वो इस घटना में शामिल नहीं था.
होटल में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को देखा जाए तो साफ जाहिर होता है कि 26 अप्रैल 2019 को रात 8.38 तक रोहित होटल में ही मौजूद था. वहीं, पुलिस की एफआईआर के आधार पर घटना टिहरी का भसान गांव में रात 9 बजे हुई थी. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या 22 मिनट में देहरादून से टिहरी पहुंचा जा सकता है. वहीं होटल कर्मियों के मुताबिक रोहित दूसरे दिन सुबह फिर से काम पर आ गया था. ऐसे में पूरे घटनाक्रम ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े कर दिए हैं.