देहरादून:जौनसार बावर के पंजीटीलानी में राजकीय इंटर कॉलेज का भवन 4 सालों से आधा अधूरा पड़ा है. जिसके लिए अभिभावकों ने कार्यदायी संस्था व शिक्षा विभाग को जिम्मेदार ठहराया है. यहां 400 से अधिक छात्र-छात्राएं जीर्ण-शीर्ण भवन में शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर हैं. ऐसे में कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना घट सकती है.
जीर्ण-शीर्ण स्कूल की इमारत में पढ़ने को मजबूर छात्र गौरतलब है कि साल 2015 में राजकीय इंटर कॉलेज पंजीटीलानी भवन निर्माण को 1 करोड़ 69 लाख रुपए स्वीकृत किए गए थे. 4 सालों में कार्यदायी संस्था उत्तराखंड पेयजल निर्माण निगम द्वारा 1 करोड़ 30 लाख खर्च करने के बावजूद भी विद्यालय भवन का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है.
ऐसे में कॉलेज में अध्ययनरत करीब 400 छात्र-छात्राएं पुरानी कक्षाओं में ही पढ़ने को मजबूर हैं. जर्जर हो चुके इन कक्षाओं में हमेशा दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है. बावजूद इसके कार्यदायी संस्था लापरवाह बनी हुई है.
वहीं, इस मामले में कॉलेज के प्रधानाचार्य बलवीर सिंह राणा ने बताया कि विद्यालय में 400 छात्र छात्राओं को जर्जर भवन में बैठाना मजबूरी है. क्योंकि पिछले चार सालों से विद्यालय के नये भवन का निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ है. जबकि,कई बार मौखिक तौर पर कार्यदायी संस्था को बरसात से पहले कार्य पूर्ण करने को कहा गया. लेकिन बजट के अभाव में यह निर्माण कार्य रुका हुआ है.
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अभिभावक शिक्षक संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र शर्मा ने बताया कि संस्था को मौखिक तौर पर कई बार अवगत कराया गया. लेकिन उत्तराखंड पेयजल निर्माण निगम की लापरवाही के कारण जर्जर भवनों में छात्रों को बैठना पड़ रहा है. अगर शीघ्र ही संस्था विद्यालय भवन का निर्माण नहीं करवाती तो अभिभावक शिक्षक संघ आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा.
उधर, कार्यदायी संस्था के एसडीओ टीडी गोसाईं का कहना है कि शिक्षा विभाग द्वारा बजट नहीं दिया गया है. जिसके चलते विद्यालय भवन का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पा रहा है. जबकि, प्रभारी खंड शिक्षा अधिकारी कालसी अतर सिंह का कहना है कि 2 दिन पूर्व ही प्रभारी बीओ के पद पर कार्यभार संभाला है. शीघ्र ही इस संबंध में प्रधानाचार्य से विद्यालय भवन निर्माण संबंधी बैठक ली जाएगी और संस्था को निर्देशित किया जाएगा.