देहरादून:प्रदेश में पर्वतीय क्षेत्रों में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए बनाई गई ट्रांसफर नीति के तहत अब सरकार शिक्षकों का तबादला करने जा रही है. लेकिन प्रदेश के कर्मचारियों को दुर्गम से सुगम और सुगम से दुर्गम क्षेत्र में तबादले की नीति में कई त्रुटियां पाई गई हैं. शिक्षा सचिव मीनाक्षी सुंदरम की मानें तो तबादले की नीति में कुछ त्रुटियां हैं, तो वहीं सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि तबादला नीति सही है.
दरअसल जो शिक्षक पर्वतीय क्षेत्र में तैनात हैं और वे पर्वतीय क्षेत्र में ही सेवा देना चाहते हैं, उनके लिए तबादला नीति में कोई प्रावधान नहीं है. जिस वजह से शिक्षकों के तबादले में कई तरह की दिक्कतें आ रही हैं. वहीं, सरकार ने तबादला नीति के अनुसार शिक्षकों का तबादला करने के लिए शिक्षा विभाग को निर्देश दे दिए हैं.
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तबादला नीति में कुछ त्रुटियों के सवाल पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि तबादला नीति अपनी जगह सही है. लंबे समय तक दुर्गम क्षेत्रों सेवा दे रहे कर्मचारियों का स्थानांतरण होना चाहिए. लेकिन उसमें कई व्यवहारिक दिक्कतें आई, जिसकी वजह से वहां के कई विद्यालय खाली हो गए थे.
वहीं, शिक्षा सचिव मीनाक्षी सुंदरम ने कहा कि तबादला नीति बनाते समय ही कुछ चूक रह गई है. अगर कोई कर्मचारी दुर्गम में कार्यरत है और दुर्गम में ही सेवा देना चाहते हैं तो उनको वहीं रहने देने का प्रावधान एक्ट में नहीं है. साथ ही कहा कि इसमें धारा 27 का प्रावधान है. जिसके तहत एक्ट के अपवाद स्वरूप जो भी करना चाहते हैं, उसके लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में जो कमेटी है उसमें अप्रूवल लेकर एक्ट में संशोधन कर सकते हैं.