देहरादून: वार्डो में कूड़ा उठाने की गाड़ियों पर अब नगर निगम की नजर रहेगी तो स्ट्रीट लाइटों से 'ऊपरवाले' बदमाशों पर नजर रखेगा. नगर निगम की कूड़ा उठाने की गाड़ियों में जीपीएस लगाये गए हैं. जिसका कन्ट्रोल नगर निगम में बने कन्ट्रोल रूम से होगा. साथ ही इसकी शुरुआत नगर निगम में मंगलवार से होने जा रही है.
इसके अलावा नगर निगम शहर की साफ सफाई के साथ ही अब नगर निगम क्षेत्र में किसी भी तरह का बवाल और चोरी की घटना पर भी निगरानी करने जा रहा है. जी हां अब नगर निगम स्ट्रीट लाइट के साथ कैमरे लगाने की भी योजना बना रहा है.
नगर निगम दस स्थानों पर ऐसी स्ट्रीट लाइट लगा रहा है जो वीडियो रिकॉर्डिंग भी करेगी. अगर स्ट्रीट लाइट के साथ कैमरे का प्रयोग सफल रहा था तो शहर के अन्य क्षेत्रों में भी लगाएंगे जाएंगे.
मेयर का मानना है कि स्ट्रीट लाइट के साथ कैमरे लगाने से जनता को फायदा मिलेगा. शहर के क्षेत्रों में कहीं भी किसी भी प्रकार का बवाल, हादसा या फिर चोरी नगर निगम के कैमरे में रिकॉर्ड होगी.
दूसरी ओर चेन्नई एमएसडब्ल्यू कंपनी ने कूड़ा उठाने में लगे जीपीएस युक्त वाहनों को नगर निगम में बने कन्ट्रोल रूम से जोड़ दिया है और मंगलवार से सभी कूड़ा उठाने की गाड़ियों पर नजर रखी जा सकेगी. साथ ही जिन जगहों पर कूड़ादान भर जाएगा वहां वाहनों को भेजकर उसे उठाया जाएगा.
यह भी पढ़ेंः 24 जून से उत्तराखंड विधानसभा का विशेष सत्र, त्रिवेंद्र कैबिनेट का भी जल्द होगा विस्तार
वार्ड में घूमने वाली डोर टू डोर कूड़ा उठाने की गाड़ी के कर्मचारी अब अपने अधिकारियों के सामने या फिर फोन पर किसी भी तरह का बहाना नहीं कर पाएंगे. अक्सर यह गाड़िया वार्ड में नहीं जाती थीं जिससे वार्डों के लोग नगर निगम में शिकायत करते हैं, लेकिन अब ऐसा नही होने वाला है क्योंकि अब इन डोर टू डोर कूड़ा उठाने के वाहनो में एमएसडब्ल्यू कंपनी ने सभी गाड़ियों में जीपीएस लगा दिए हैं.
इसका कन्ट्रोल रूम नगर निगम में बनाया है जहां इन गाड़ियों को ट्रैक कर पता चल जाएगा कि गाड़ी कहां है और गाड़ी का कर्मचारी अब झूठ नहीं बोल पायेगा. फरवरी से चेन्नई एमएसडब्ल्यू कंपनी ने डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन व्यवस्था अपने हाथ ले ली थी. इसी कड़ी में अब कंपनी ने अपने वाहनों को कन्ट्रोल रूम से जोड़ दिया है और अगर कोई चालक जीपीएस से छेड़छाड़ करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.