देहरादून:त्रिवेंद्र सरकार अब बाजारों में 'हिमालयन' के नाम से मीट बेचने जा रही है. सरकार खुद इसकी ब्रांडिंग करने जा रही है. इसे लेकर प्रदेश में विरोध के स्वर उठने लगे हैं. देवभूमि के नाम पर मीट बेचने पर कांग्रेस से प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी हैं. वहीं कांग्रेस ने सरकार के इस फैसले का विरोध करते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.
हिमालयन मीट पर तेज हुई राजनीति, कांग्रेस ने सरकार के फैसले को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता डॉ. आर. पी. रतूड़ी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि त्रिवेंद्र सरकार ने पहले देवभूमि में घर-घर तक शराब पहुंचाने के लिए मोबाइल वैन सेवा शुरू की. जिसके बाद अब सरकार मीट बेचने का काम भी प्रारंभ करने जा रही है
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता डॉ. आर. पी. रतूड़ी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि त्रिवेंद्र सरकार ने पहले देवभूमि में घर-घर तक शराब पहुंचाने के लिए मोबाइल वैन सेवा शुरू की. जिसके बाद अब सरकार मीट बेचने का काम भी प्रारंभ करने जा रही है. ताकि प्रदेश के लोग शराब ही नहीं बल्कि उसके साथ मांस का सेवन भी कर सकें. रतूड़ी ने कहा कि इससे समझा जा सकता है कि प्रदेश किस दिशा में जा रहा है.
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता डॉ. आर पी रतूड़ी ने कहा देश-विदेश से लोग चारधाम यात्रा करने यहां आते हैं. लोग यहां की गंगा-जमुनी तहजीब सीखने यहां आते हैं. ऐसे में सरकार का मीट बेचने का फैसला वाकई में दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि सरकार की सोच इतनी गिर चुकी है कि वे प्रदेश को देवभूमि बनाने की बजाय इसे मांस और शराब प्रदेश बनाने पर तुले हैं.