डोइवाला: हिमालयन हॉस्पिटल जॉलीग्रांट के नाम मेडिकल साइंस की एक और उपलब्धि जुड़ गई है. जॉलीग्रांट के डॉक्टरों की टीम ने एक चुनौतीपूर्ण ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम देकर ये उपलब्धि हासिल की है. जॉलीग्रांट के डॉक्टरों की टीम ने 6 घंटे चले जटिल ऑपरेशन से एक युवती की बॉवेल वेजाइनोप्लास्टी सर्जरी की. ऑपरेशन के बाद युवती एकदम ठीक है.
हिमालयन हॉस्पिटल जॉलीग्रांट के बाल शल्य विभाग के चिकित्सक डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि टिहरी की 17 वर्षीय एक लड़की को जन्मजात ये समस्या थी. उसका मलद्वार गलत जगह पर था. जिसकी वजह से उसे मल निकास में परेशानी रहती थी. उन्होंने बताया कि जन्म से ही युवती के पास वेजाइना नहीं थी. इसे मेडिकल भाषा में वेजाइनल अजेनेसिस कहा जाता है. इससे मासिक धर्म के दौरान परेशानियां होती हैं. क्योंकि वेजाइना न होने से रक्त बाहर नहीं निकल पाता है.
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डॉक्टर ने बताया कि इलाज के पहले चरण में युवती के मलद्वार को सही जगह पर पुनर्स्थापित किया गया. इसके 6 महीने बाद दूसरे ऑपरेशन की योजना पर काम शुरू किया गया जो कि काफी चुनौतीपूर्ण था. इसमें युवती की वेजाइना बनाने के लिए सभी संभावनाओं पर विचार करने के बाद बड़ी आंत से वेजाइना बनाने का निश्चय किया गया. जिसमें डॉक्टरों को सफलता हासिल हुई है. इस सफल ऑपरेशन की टीम में डॉक्टर संतोष के अलावा डॉ आइशा, डॉक्टर अंकित व एनेस्थीसिया टीम में डॉ. गुरुजीत व डॉक्टर वंदना ने भी अपना सहयोग दिया.