उत्तराखंड

uttarakhand

राजधानी में 108 के पूर्व कर्मियों ने फूंका नौकरशाही का पुतला, 60 दिनों से जारी है आंदोलन

By

Published : Jun 28, 2019, 5:45 PM IST

पुतला दहन के दौरान 108 सेवा कर्मचारी यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष विपिन जमलोकी ने कहा कि आपातकालीन सेवा 108 के पूर्व कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर बीते 60 दिनों से धरने पर बैठे हैं.  पिछले 56 दिनों से उनका क्रमिक अनशन जारी है.

108 कर्मियों ने किया नौकरशाही का पुतला दह

देहरादून: 108 सेवा के पूर्व कर्मचारी लगातार समायोजन और समान वेतन की मांग पर अड़े हुए हैं. जिसे लेकर शुक्रवार को कर्मचारियों ने लैंसडाउन चौक पर नौकरशाही का पुतला दहन किया. बीते 60 दिनों से धरने पर बैठे 108 सेवा के पूर्व कर्मचारियों ने कुछ दिन पहले विधानसभा व सचिवालय कूच किया था. लेकिन बावजूद इसके उनकी मांगों का निस्तारण नहीं हो सका.

समान वेतन में समायोजित किए जाने की मांग पर डटे 108 सेवा के सैकड़ों पूर्व कर्मियों ने शुक्रवार को एक बार फिर से नौकरशाही के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान सभी आंदोलनकारियों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अब अगर जल्द से जल्द उनकी मांगे पूरी नहीं की गई तो वो आंदोलन को बड़े स्तर पर ले जाने के लिए मजबूर हो जाएंगे.

108 कर्मियों ने किया नौकरशाही का पुतला दह

पढ़ें-ऊर्जा के क्षेत्र में उतरा इंडियन ऑयल, 64 लाख की लागत से लगाया सोलर प्लांट

पुतला दहन के दौरान 108 सेवा कर्मचारी यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष विपिन जमलोकी ने कहा कि वो अपनी मांगों को लेकर बीते 60 दिनों से धरने पर बैठे हैं. पिछले 56 दिनों से उनका क्रमिक अनशन जारी है. लेकिन राज्य सरकार उनकी जायज मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है. जिसके कारण उन्हें सड़क पर उतरना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि बीते 11 सालों से सेवाएं देने वाले 108 सेवा के पूर्व कर्मचारियों को समायोजित करने के लिए निविदा में कोई नियम व शर्ते नहीं जोड़ी गई हैं. जिसके कारण उत्तराखंड के करीब 717 युवा बेरोजगार हो गए.

पढ़ें-केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग में दिखा दुर्लभ प्रजाति का बाघ, कैमरे में कैद हुईं तस्वीरें

विपिन जमलोकी ने कहा कि सरकार की बेरुखी के चलते युवा बेरोजगार हो रहे हैं. बेरोजगार होने की वजह से उनके परिवार के समक्ष आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. जमलोकी ने कहा कि अब भी अगर सरकार नहीं चेती तो इस आंदोलन को बड़ा रूप दिया जाएगा.

पढ़ें-बुजुर्ग मां को बेटों ने किया 'अनाथ', भटकते हुए मिला बेटी का साथ

गौरतलब है कि प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भी 108 सेवा के पूर्व कर्मचारीयों मांगों का पूर्ण समर्थन किया है. पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने भी धरना स्थल पर जाकर आंदोलनरत कर्मचारियों की मांगों को जायज ठहरा कर उनके समर्थम में सांकेतिक उपवास रखा था. लेकिन बावजूद इसके उनकी मांगों का निस्तारण नहीं हो पाया है. जिसके कारण एक बार फिर से ये लोग सड़कों पर हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details