बागेश्वर: ग्राम पंचायत पोखरी और खंतोली के ग्रामीणों ने कोविड काल में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर की नियुक्ति की मांग की है. ग्रामीणों का कहना है कि डॉक्टर की नियुक्ती नहीं होने के कारण ग्रामीणों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
सामाजिक कार्यकर्ता सोनू चंदोला ने बताया कि डॉ डिम्पल भाकुनी की ड्यूटी विगत वर्ष बिलौना में सैंपलिंग के लिए लगाई गई थी. लेकिन कुंभ मेले के दौरान उन्हें हरिद्वार भेज दिया गया था. आज स्थिति यह है कि यहां प्राथमिक उपचार हेतु एक संविदा फार्मासिस्ट और एक फार्मासिस्ट आयुर्वेदिक तैनात है. उन्होंने सीएम से आग्रह किया है कि पोखरी, खन्तोली, रिखाड़ी, कभाटा, बिगुल, ढपटी, विजयपुर, बुजाड़, सहित छह ग्राम पंचायतों से आने वाले मरीजों के लिए डॉक्टर की तैनाती की जाए.
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पूर्व विधायक ने डीएम को लिखा पत्र
वहीं, कपकोट के पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर अपने विधानसभा क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में कोरोना संक्रमण के इस संक्रमण काल में आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराने की मांग की है. उन्होंने डीएम को लिखे पत्र में कहा है कि उनका विधानसभा क्षेत्र कपकोट कोरोना संक्रमण के इस दौर में मूलभूत सुविधाओं से वंचित है.
विधानसभा क्षेत्र कपकोट के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कपकोट, कांडा और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत शामा, पोथिंग,बनलेख, स्यांकोट, बदियाकोट, लोहारखेत, दोफाड़, रावत सेरा, सानीउडियार, कर्मी माजखेत, नामती, चेताबगड़, कमेड़ी देवी, सूफी मलखादुर्गचा, परसाली, चौरा कन्यालकोट आदि कई उपकेंद्र आते हैं. यहां उपकरण न होने के कारण संक्रमित मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में इन केंद्रों पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, पल्स ऑक्सीमीटर, जंबो ऑक्सीजन सिलेंडर, डिजिटल थर्मामीटर उपलब्ध कराने की मांग की है.