बागेश्वरः क्षेत्र के भूलगांव में गुलदार के आतंक से निजात दिलाने के लिए ग्रामीणों का धरना जारी है. नागरिकों के बढ़ते विरोध को देखते हुए प्रशासन भी अब हरकत में आ गया है. इसी क्रम में धरनास्थल पर प्रशासनिक व वन विभाग के अधिकारी ग्रामीणों से वार्ता के लिए पहुंचे, लेकिन प्रशानिक अमले के साथ वार्ता सफल नहीं रही. ग्रामीण अभी भी धरने पर बैठे हुए हैं. वहीं गुलदार को ट्रेंकुलाइज कर पकड़ने के लिए देर शाम एक टीम रेस्क्यू सेंटर रानीबाग से पहुंची गयी है.
बागेश्वर जिले के दुग-नाकुरी क्षेत्र के भूलगांव, स्याकोट, बाफिलागांव, होराली समेत कई गांवों में गुलदार का आतंक बना हुआ है. गुलदार एक बच्ची को निवाला बना चुका है. वही इसके बाद गुलदार ने एक बच्ची और एक महिला पर हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया.
गुलदार शाम होते ही गांव में घूमता हुआ दिखाई दे रहा है. ग्रामीण गुलदार को आदमखोर घोषित करने की मांग को लेकर चार दिनों से धरने पर बैठे हुए हैं. ग्रामीण रातभर जागकर धरना स्थल पर बैठे हुए हैं.
वहीं ग्रामीणों को मनाने के लिए एसडीएम, तहसीलदार व वन विभाग के अधिकारी धरनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने गुलदार को जल्द पकड़ने का आश्वासन देते हुए धरना समाप्त करने की बात कही, लेकिन ग्रामीणों ने इससे साफ इंकार करते हुए धरना जारी रखने की बात कही.
प्रशासन को ग्रामीणों के आक्रोश के आगे बैरंग वापस लौटना पड़ा. धरने पर बैठे सामाजिक कार्यकर्ता का कहना ही कि प्रशासन और शासन के खिलाफ ग्रामीणों में भारी आक्रोश है. जल्द से जल्द आदमखोर गुलदार को नरभक्षी घोषित किया जाए.