बागेश्वर:कुछ समय पहले उत्तराकाशी के भंकोली गांव से एक खबर आई थी, जहां एक शिक्षक के विदाई समारोह में न सिर्फ बच्चे, बल्कि पूरा गांव रोया था. ऐसे ही एक और खबर बागेश्वर से सामने आई है, जहां एक शिक्षक का तबादला रुकवाने को पूरा गांव एकजुट हो गया.
यहां बात हो रही है राजकीय प्राथमिक विद्यालय अनर्सा के प्रधानाध्यापक पूरन चंद्र जोशी की. जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन से विद्यालय में छात्र संख्या बढ़ाने के साथ अभिभावकों के मन में भी सरकारी शिक्षा के प्रति विश्वास बढ़ाया है. इसी का नतीजा है कि उनके रहते विद्यालय की छात्र संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है.
पढ़ें-मुख्यमंत्री ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट सूर्यधार झील का किया औचक निरीक्षण
यही कारण है कि जैसे ही ग्रामीणों को पता चला कि जोशी का स्थानांतरण किया जा रहा तो पूरा गांव उनका तबादला रुकवाने के लिए एकजुट हो गया. ग्रामीणों का कहना है कि प्रधानाध्यापक जोशी ने अपनी मेहनत से बंद होने के कगार पर खड़े विद्यालय को नवजीवन दिया है. ऐसे में उनका तबादला करना बच्चों व अभिभावकों के साथ अन्याय है. इससे विद्यालय में नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. लगातार बढ़ रही छात्र संख्या भी कम होने की संभावना है. उन्होंने जनहित में प्रधानाध्यापक को उसी विद्यालय में बनाए रखने को कहा.
ग्रामीणों का कहना था कि शिक्षक ने अपनी मेहनत और लगन से विद्यालय का नक्शा बदल दिया है. उनके आने से पहले स्कूल में मात्र एक छात्र पढ़ता था, लेकिन आज वहां 11 छात्र पढ़ते है. जिसमें लगातार सुधार हो रहा है. ग्रामीणों ने विद्यालय और बच्चों की बेहतरी के लिए इसी विद्यालय में स्थाई नियुक्ति देने की मांग की.
ग्रामीण शिक्षक जोशी का तबादला रुकवाने डीएम तक के पास पहुंच गए. वहीं इस बार में जिलाधिकारी बागेश्वर रंजना राजगुरु ने कहा कि ग्रामीणों को मांग पर उनका ट्रासफर भी रोक दिया गया है.