बागेश्वर: भारी बारिश से गरुड़-लखनी मोटर मार्ग में लैंडस्लाइड होने से दो गाड़ियां मलबे में दब गईं. गनीमत रही कि उस वक्त गाड़ियों में कोई सवार नहीं था, नहीं तो कोई भी बड़ा हादसा हो सकता था.
दरअसल, बागेश्वर जनपद में बीते दो दिन से रुक-रुक कर लगातार बरसात हो रही है. इस कारण जिले की दो प्रमुख सरयू-गोमती नदियां उफान पर बह रही हैं. आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट मोड पर है. बरसात के चलते जनपद में कुल 24 मोटर मार्ग बंद हैं. मलबा आने से ग्रामीण सड़कों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट चुका है. साथ ही करीब 20 गांवों की बिजली गुल हो गयी है. बंद सड़कों को लोकनिर्माण विभाग व अन्य निर्माण एजेंसी जेसीबी मशीनों के माध्यम से खुलवाने में जुटी हैं.
लैंडस्लाइड के कारण मलबे की चपेट में आई गाड़ियां पढ़ें-श्रीनगर में अलकनंदा का रौद्र रूप, खतरे के निशान से 20 सेमी ऊपर बह रही नदी
हालांकि विभाग के कर्मचारियों को लगातार हो रही बारिश के चलते कार्य करने में बाधा आ रही है. बारिश से अब खतरा बढ़ने लगा है. गरुड़-लखनी मोटरमार्ग में नौघर स्टेट के पास लैंडस्लाइड से दो गाड़ियां सड़क से 100 फिट नीचे बह गईं. जेसीबी मशीन के जरिए गाड़ियों को निकाला गया. आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया जिले व तहसीलों की आपदा टीमों को अलर्ट मोड पर रखा गया है.
पूर्व विधायक किलपारा में फंसे
वहीं, पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण अपने साथियों के साथ तीन दिन से किलपारा गांव में फंसे हुए हैं. उन्होंने बताया कि क्षेत्र की सभी सड़कें बारिश के कारण बंद हैं. कपकोट में लगातार भारी बारिश हो रही है. संचार सेवा के अलावा बिजली, पानी की व्यवस्था भी ध्वस्त है. ऐसे में लोडर मशीनें लगाकर प्रशासन रास्तों को खोल रहा है.