बागेश्वर:कुमाऊं के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक उत्तरायणी मेले का आगाज हो गया. मेले के शुभारंभ से पहले तहसील परिसर से भव्य झांकियां निकाली गई. झांकी को मेला संरक्षक जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
झांकी में कुमाउंनी वाद्य यंत्र ढोल, दमाऊ, बीन बाजा, रणसिंह, रानीखेत से पहुंची कुमाऊं रेजिमेंट की बैंड टीम, मदकोट पिथौरागढ़ से आई विशाल नगाड़ा टीम, कुमाऊं की प्रसिद्ध झोड़ा-चाचरी, स्कूली बच्चों द्वारा विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक झलकियां और कुमाउंनी छोलिया नृत्य प्रमुख आकर्षण का केंद्र रही.
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इन झांकियों को देखने के लिए सैकड़ों की संख्या में दर्शकों का हुजूम उमड़ा. मेला संरक्षक और जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने कहा कि बागेश्वर के उत्तरायणी मेले की झांकियों में सांस्कृतिक, पौराणिक व ऐतिहासिक महत्व की झलकियां देखने को मिली. ये मेला बागेश्वर का ही नहीं बल्कि पूरे राज्य का ऐतिहासिक मेला है. इस दौरान उन्होंने सभी को उत्तरायणी मेले की शुभकामनाएं दी. बागेश्वर विधायक चंदन राम दास ने मेले की बधाई देते हुए कहा कि झांकियों से मेले का आगाज हो गया है. उन्होंने कहा कि ये मेला आर्थिक दृष्टि से भी काफी महत्पूर्ण है.