बागेश्वर:कोरोना संक्रमण ने लोगों को रिवर्स पलायन की राह भी दिखाई है. लॉकडाउन में घर लौटे नदीगांव के तीन भाइयों ने प्राइवेट नौकरी छोड़कर घर पर ही हवाई चप्पल बनाने की फैक्ट्री लगाई. अब हर महीने तीनों भाई छह हजार जोड़ी चप्पल अपनी ही फैक्ट्री में बना रहे हैं. लोग भी इनसे सस्ते दामों पर हाथों-हाथ चप्पल खरीद रहे हैं.
बागेश्वर में बाहरी प्रदेशों से लौटे 6,085 प्रवासियों को घर पर ही रोजगार मिल गया है. इससे रिवर्स पलायन को मजबूती मिली है. बागेश्वर जिले में 60,662 प्रवासी कोरोना काल में घर लौटे हैं. इनमें बाहरी प्रदेशों से 29,628 और राज्य के अन्य जिलों से 31034 प्रवासी घर लौटे हैं. घर लौटे इनमें से कुछ ने सरकारी योजनाओं का लाभ लेकर अपना व्यवसाय शुरू किया है.
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देहरादून में प्राइवेट नौकरी कर रहे भुवन जोशी लॉकडाउन में घर लौटे. इसके साथ ही उनके दो भाई भी घर वापस आ गए. तीनों भाइयों ने स्वरोजगार करने का फैसला किया. जिसके लिए उन्होंने उद्योग विभाग से ऋण लेकर चप्पल बनाने की फैक्ट्री शुरू की. आज वो घर पर रहकर ही अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. कपकोट, कांडा, थल, बेरीनाग समेत कई जगहों पर वो मार्केटिंग कर रहे हैं. आज चप्पल की तीन सौ जोड़ी हर रोज निकल जाती हैं.