बागेश्वर:पहाड़ी जिलों में पथरी के इलाज की कोई मुकम्मल व्यवस्था कहीं भी नहीं है. बागेश्वर भी इससे अछूता नहीं है, लेकिन अब बागेश्वर जिला पथरी के इलाज में सक्षम हो जाएगा. जिला अस्पताल को लेजर तकनीक से पथरी के ऑपरेशन करने के लिए 2 अत्याधुनिक मशीनें प्राप्त हुई हैं. जल्द ही जिले में पथरी के जटिल से जटिल ऑपरेशन होने लगेंगे.
बागेश्वर: लेजर तकनीक से पथरी का ऑपरेशन, बागेश्वर जिला अस्पताल में पहुंची अत्याधुनिक मशीनें
कुमाऊं के पहाड़ी जिलों से अब पथरी का ऑपरेशन कराने के लिए मरीजों को हल्द्वानी और बरेली जैसे शहरों में नहीं जाना पड़ेगा, बल्कि बागेश्वर जिला हॉस्पिटल में उन्हें पथरी का इलाज संभव हो जाएगा. क्योंकि बागेश्वर जिला हॉस्पिटल में को लेजर तकनीक से पथरी के ऑपरेशन करने के लिए 2 अत्याधुनिक मशीनें प्राप्त हुई हैं.
पथरी आज के समय में आम बीमारी हो गई है. पथरी की बीमारी से आजकल हर कोई परेशान रहता है. पथरी के इलाज के लिए पहाड़ के मरीजों को हल्द्वानी, बरेली और दिल्ली जाना पड़ता है, लेकिन अब बागेश्वर जिले के लोगों को पथरी के इलाज के लिए पहाड़ की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी. क्योंकि जल्द ही बागेश्वर जिला अस्पताल में पथरी का जटिल से जटिल ऑपरेशन लेजर तकनीक से हो जाएंगे.
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बागेश्वर जिला अस्पताल को स्वास्थ्य महानिदेशालय से पथरी के इलाज के लिए दो अत्याधुनिक लेजर मशीन उपलब्ध हुई है. दोनों मशीनें जिला अस्पताल में पहुंच चुकी हैं. जिला अस्पताल के दो सर्जनों को लेजर मशीनों के संचालन का प्रशिक्षण देने की तैयारी चल रही है. लेजर तकनीक से पथरी के इलाज की सुविधा मिलने का न केवल बागेश्वर जिले को लाभ होगा. बल्कि अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और चमोली जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों को भी लाभ पहुंचेगा.