बागेश्वर: जिला अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन स्थापित करने के लिए स्वास्थ्य महानिदेशालय की पहल पर ढाई साल पहले विश्व बैंक ने पांच करोड़ रुपये मंजूर किए थे. तब से लेकर आज तक कई बार सीटी स्कैन मशीन स्थापित करने के लिए समय सीमा बताई गई. लेकिन अब तक सीटी स्कैन सेंटर की सुविधा बागेश्वर के लोगों को नहीं मिल पाई है. वही जिला अस्पताल के सीएमएस ने बताया की मई माह के अंत में सीटी स्कैन मशीन यहां स्थापित हो जायेगी.
आखिर जिला अस्पताल में कब लगेगी सीटी स्कैन मशीन? गंभीर मरीजों को करना पड़ रहा शहरों का रुख
बागेश्वर में जिला अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन ना होने से मरीजों को अन्य जनपदों का रुख करना पड़ता है. जिससे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. कई बार तो हादसे में गंभीर घायल रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं. लोगों का कहना है कि जिले में ये सुविधा मिलती तो मरीजों को अन्य जनपदों का मुंह नहीं ताकना पड़ता.
सीटी स्कैन की सुविधा न होने के कारण मरीजों को हायर सेंटर रेफर करना पड़ता है. कई बार घायलों की जान पर बन आती है. सिर की गंभीर चोट होने पर बागेश्वर में इलाज नहीं मिल पाता. मरीजों को सीटी स्कैन के लिए अल्मोड़ा, हल्द्वानी,बरेली जाना पड़ता है. इस में समय, धन की बर्बादी तो होती ही है. कई बार लोगों की आधे रास्ते में जान तक चली जाती है. सीटी स्कैन की सुविधा जिला अस्पताल में मिल जाती तो गंभीर रूप से घायल लोगों की जान बचाने में मदद मिलती.
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वहीं सीटी स्कैन मशीन लगने से चमोली, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ जिले के सीमावर्ती इलाकों से बागेश्वर से सटे इलाकों के लोगों को भी इसका लाभ मिलता. क्योंकि इन इलाकों के लोग बागेश्वर जिला अस्पताल पर ही निर्भर हैं. सीएमएस वीके टम्टा ने बताया कि अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन लगाने के लिए कंपनी का चयन कर लिया था. जिसके लिए शासन से अनुमति भी मिल गई है. कंपनी के अनुसार मई महीने के अंत तक सीटी स्कैन मशीन स्थापित हो जायेगी.