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पंचायत चुनावः घर में शौचालय नहीं होने पर रद्द हुआ नामांकन, कई के प्रमाण पत्र भी निकले फर्जी - उत्तराखंड पंचायती राज अधिनियम

उत्तराखंड में पंचायत चुनावों को लेकर नामांकन पत्रों की जांच का कार्य पूरा हो चुका है. बागेश्वर, डोइवाल और कोटद्वार में नामांकन पत्रों में कमियों के कारण बड़ी संख्या में आवेदन निरस्त हुए.

पंचायत चुनाव

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Published : Sep 28, 2019, 3:20 PM IST

बागेश्वर/डोइवाला/कोटद्वारः प्रदेश में जिला पंचायत चुनाव की सरगर्मियां जोर पकड़ती जा रहीं हैं. उम्मीदवार रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं. वर्तमान में नामांकन पत्रों की जांच पूरी हो चुकी हैं. इस जांच प्रक्रिया के दौरान अयोग्य उम्मीदवार चुनावी मैदान से बाहर हो गए हैं. बागेश्वर जिले में 6 उम्मीदवार अयोग्य घोषित किए गए. डोइवाला में 36 का नामांकन रद्द हुआ. पौड़ी जिले के कोटद्वार में भी बड़े पैमाने पर नामांकन पत्रों में कमियां पाईं गईं. यहां 2 नामांकन पत्र शौचालय न होने के कारण भी निरस्त किए गये.

बागेश्वर जिला पंचायत सदस्य पद के लिए तीन बच्चों वाले छह प्रत्याशी चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. इनमें से तीन प्रत्याशी करासिबुंगा जिला पंचायत सीट से और एक- एक प्रत्याशी तोली, मन्युडा व पिंगलो सीट से हैं. जिले में जिला पंचायत सदस्य के लिए कुल 91 प्रत्याशियों ने नामांकन कराया था.

नामांकन पत्रों की जांच में मिली अनेक खामियां.

नामांकन पत्रों की जांच की प्रक्रिया के दौरान 6 प्रत्याशी तीन बच्चों के निर्णय के चलते अयोग्य घोषित हो गए हैं. जिनमें करासीबुंगा सीट से राजेंद्र प्रसाद, नवल किशोर टम्टा, कमल किशोर टम्टा हैं, जबकि तोली सीट से आनन्दी देवी, मन्युडा से आशा देवी, पिंगलू सीट से उम्मेद सिंह है. अब जिला पंचायत सदस्य की 19 सीट के लिए 85 प्रत्याशी मैदान में हैं, जबकि कौसानी सीट पर जांच होने के बाद उस सीट पर फैसला होगा.

डोइवाला में बड़ी संख्या में आवेदन निरस्त हुए
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में प्रपत्रों की जांच के दौरान 36 प्रपत्रों में कमियां मिलने से उन्हें निरस्त कर दिया गया. जांच में प्रधान पद के तीन, क्षेत्र पंचायत सदस्य के 12 और वार्ड सदस्य के 21 नामांकन निरस्त किए गए .

डोइवाला विकासखंड के अंतर्गत पंचायत चुनाव में प्रधान पद के लिए 36 सीटों के सापेक्ष 166 प्रपत्र जमा किए गए. क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए 40 पदों के सापेक्ष 164 प्रपत्र और वार्ड सदस्य के 386 पदों के सापेक्ष 675 प्रपत्र जमा किए गए. जांच के बाद प्रधान पद के तीन, क्षेत्र पंचायत सदस्य के 12 और वार्ड सदस्य के 21 आवेदन निरस्त किए गए .

डोइवाला क्षेत्र पंचायत सदस्य के अयोग्य उम्मीदवार

  • देवेंद्र सिंह साहब नगर
  • गीता प्रतीत नगर
  • आशा थापा प्रतीत नगर
  • बलवीर सिंह गढ़ीमयचक
  • अलका प्रतीत नगर
  • दीक्षा गुमानिवाला
  • शिवानी गुमानिवाला
  • देवेंद्र राणा साहब नगर
  • किशन सिंह बुल्लावाला मारखम द्वितीय
  • विशेष हरिपुर कला
  • अनूप रावत हरिपुर कला
  • गौरव सिंह खांड गांव

आवेदन प्रपत्र पूरे न होने, 2 बच्चों से अधिक और वोटर लिस्ट में नाम न होने के चलते उक्त उम्मीदवारों के नामांकन निरस्त किए गए. इसके अलावा वार्ड सदस्यों के 21 आवेदन भी कमियों के चलते निरस्त हुए .

कोटद्वार में जांच के दौरान अधिकारियों के छूटे पसीने

त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव में नामांकन पत्रों की जांच का कार्य देर रात तक पूरा हो गया है. नामांकन पत्रों की जांच के कार्य में सरकारी मशीनरी के देर रात तक पसीने छूटते रहे. दुगड्डा, जहरीखाल, द्वारीखाल, रिखणीखाल, यमकेश्वर सहित अन्य ब्लॉकों में नामांकन पत्रों की जांच में लगे अधिकारी देर रात तक माथापच्ची करते रहे. यहां दुगड्डा ब्लॉक में दो प्रधान पद के नामांकन पत्र शौचालय न होने के कारण निरस्त किए गए, तो कई प्रत्याशियों के नामांकन पत्र शैक्षिक योग्यता, शैक्षिक प्रमाण पत्रों के साथ छेड़छाड़ के मामले में निरस्त किए गए.

दुगड्डा ब्लॉक में अलग-अलग पदों के कुल 22 नामांकन पत्र निरस्त किए गए. वहीं द्वारीखाल ब्लॉक में 50 नामांकन पत्र तो वहीं यमकेश्वर ब्लॉक में 86 नामांकन पत्र निरस्त किए गए.

स्वीकृत जांच नामांकन पत्रों की सूची
द्वारीखाल
कुल 522 नामंकन पत्र
ग्राम पंचायत सदस्य-192
ग्राम प्रधान-249
छेत्र पंचायत सदस्य-81

दुगड्डा
कुल 416 नामंकन पत्र
ग्राम पंचायत सदस्य-153
ग्राम प्रधान-182
छेत्र पंचायत सदस्य-81

यंकेस्वर
कुल 605 नामंकन पत्र
ग्राम पंचायत सदस्य-261
ग्राम प्रधान-252
छेत्र पंचायत सदस्य-92

दुगड्डा ब्लॉक के रिटर्निंग ऑफिसर ने बताया कि नामांकन पत्रों की जांच पिछले 3 दिनों से चल रही थी जो देर रात तक पूरी हो गई है. नामांकन पत्रों की जांच के अंतिम दिन तक 22 नामांकन पत्र निरस्त किए गए.

कुल 416 नामांकन पत्र स्वीकृत किए गए. इसमें 153 नामांकन पत्र ग्राम पंचायत सदस्य के लिए, 182 ग्राम प्रधान के लिए और क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए 81 नामांकन पत्र स्वीकृति किए गए.

साथ ही क्षेत्र पंचायत सदस्य के चार नामांकन और ग्राम प्रधान के 8 नामांकन रद्द हुए. अधिकांश नामांकन पत्र शिक्षा के प्रमाण पत्र उपलब्ध न कराने, 2 नामांकन पत्र शौचालय न होने के कारण भी निरस्त किए गये. जिसकी जांच पटवारी से करवाई गई थी. पटवारी की रिपोर्ट में भी पाया गया कि उम्मीदवारों के घर में शौचालय नहीं थे. एक प्रत्याशी का नामांकन पत्र इसलिए रद्द किया गया कि उसे पूर्व में 2 वर्ष की सजा हो चुकी थी.

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