बागेश्वर:कोरोना संक्रमित होने पर होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से किट प्रदान की जा रही है. कहने को किट में दवाइयों और ऑक्सीमीटर सहित 9 सामग्रियों का विवरण दिया गया है लेकिन मरीज तक केवल दवाइयां और मास्क ही पहुंच पा रहे हैं. किट में मरीज के कूड़ा रखने का थैला (बायो मेडिकल वेस्ट बैग) तक नहीं दिया गया है, जिसके कारण मरीज कूड़े को जलाकर निस्तारित करने को मजबूर हैं.
बता दें, शनिवार को 993 संक्रमित मामले थे, जिनमें से 932 मरीज होम आइसोलेशन में रखे गए हैं. सभी को मरीजों को विभाग की ओर से आइसोलेशन किट दी गई है. लिफाफे में किट में दर्ज विवरण के अनुसार किट में तीन लेयर वाला मास्क, थर्मामीटर, हैंड सेनिटाइजर, पल्स ऑक्सीटमीटर, बायो मेडिकल वेस्ट का थैला, आइवरमेक्टिन और विटामिन की दवा, होम आइसोलशन निर्देशिका और कोविड उपरांत देखभाल की पुस्तिका मौजूद है, लेकिन किट में फेस मास्क, दवाइयों और निर्देशिका पुस्तिका के अलावा अन्य सामग्री नहीं दी जा रही है. किट में पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, बायो मेडिकल वेस्ट थैला, यहां तक कि सैनिटाइजर भी मरीजों को नहीं मिल रहा है, जिसके कारण मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
इस पर सीएमओ डॉ. बीडी जोशी ने बताया कि जिले में अधिक संख्या में संक्रमित आ रहे हैं, जिसे देखते हुए उनकी जांच की जिम्मेदारी आशा वर्करों को दी गई है. आइसोलेशन किट में दर्ज पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर भी गांव की आशा कार्यकर्ताओं को देकर उन्हें रोजाना मरीजों का तापमान और ऑक्सीजन स्तर जांच कर रिपोर्ट भेजने की जिम्मेदारी दी गई है.
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