बागेश्वर:जिले में चीर बंधन और रंग धारण करने के साथ ही खड़ी होली गायन की शुरुआत हो गई है. बागेश्वर के बागनाथ मंदिर समेत विभिन्न देवस्थानों और ग्रामीण अंचलों में होली के खालों में चीर बांधकर होल्यारों ने खड़ी होली गायन किया. छलड़ी तक जिले में होली गायन की धूम रहेगी. इस दौरान होल्यारों ने भगवान शिव को अबीर-गुलाल अर्पित कर सबके जीवन में होली के रंगों की तरह खुशियां देने का आशीर्वाद मांगा.
बागनाथ मंदिर परिसर में होल्यारों ने चीर बंधन के बाद भगवान शिव को अबीर, गुलाल अर्पित कर होली गायन किया. होल्यारों ने कैलै बांधी चीर हो रघुनंदन राजा... और सिद्धि के दाता विघ्न विनाशन खेले होरी... सहित कई होली गीतों का गायन किया. जिले के ग्रामीण अंचलों में होली की खालों में लोगों ने चीर बंधन कर होली गायन की शुरुआत की. चीर बंधन से पूर्व होल्यारों ने होली के कपड़ों पर रंग धारण किया. चीर बंधन के साथ शुरू हुई होली छलड़ी की पहली शाम तक चलेगा. इस दौरान पुरुष और महिला होल्यारों की टोली घर-घर जाकर होली गीतों का गायन करेंगी.
जिला मुख्यालय और ग्रामीण अंचलों के साथ गरुड़, कांडा, कपकोट, काफलीगैर और दुग नाकुरी तहसील क्षेत्र के गांवों में भी होली गायन की शुरुआत हो गई है. बाबा बागनाथ मंदिर में चीर बंधन कार्यक्रम हुआ. होल्यारों ने होली गीत गाते हुए चीर बांधी. इससे पहले भगवान शिव की विधिवत पूजा अर्चना कर अबीर, गुलाल और रंग अर्पित किया गया.
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