बागेश्वर: उत्तराखंड में लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. जगह-जगह मार्ग बाधित होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.वहीं कुंवारी गांव की सड़क लगातार बारिश से बदहाल है. जिससे ग्रामीणों और बीमार लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं कुंवारी गांव के एक बुजुर्ग को समय से इलाज ना मिलने से उसकी मौत हो गई. परिजनों ने एंबुलेंस के लेट पहुंचने की शिकायत की है.
बीमार बुजुर्ग को 15 किमी पैदल चलकर पहुंचाया अस्पताल, तब भी नहीं बची जान, परिजनों ने लगाए आरोप
bageshwar kumari village उत्तराखंड में भारी बारिश लोगों पर आफत बनकर टूट रही है. कई मार्ग ध्वस्त होने से लोगों को परेशानियों से दो-चार होना पड़ रहा है. वहीं कुंमारी गांव में बुजुर्ग को समय से इलाज ना मिलने से उसकी मौत हो गई, जबकि परिजन 108 सेवा पर आरोप मढ़ रहे हैं.
मार्ग बंद होने से झेलनी पड़ी परेशानी: गौर हो कि बीते दिन गांव के 75 वर्षीय पूर्व सैनिक हयात राम अचानक बीमार हो गए. जिन्हें ग्रामीण 15 किमी पैदल चल कर देवाल पहुंचे. देवाल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दिखाने के बाद ग्रामीण उन्हें प्राइवेट वाहन कर बागेश्वर जिला अस्पताल पहुंचे. गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद हयात राम को अल्मोड़ा रेफर कर दिया गया. लेकिन हयात राम के बेटे आनंद और मोहन का आरोप है कि उनके द्वारा 108 को फोन किया गया, लेकिन 2 घंटे बीतने के बाद एंबुलेंस पहुंची तब तक उनके पिता की मौत हो गई.
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क्या कह रहे डॉक्टर: कहा कि समय से एंबुलेंस आ जाती तो शायद उनके पिता की जान बच जाती.वहीं बागेश्वर जिला अस्पताल की डॉ. महिमा ने बताया कि मरीज के आंतों और सांस की समस्या को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे थे.मरीज को यहां से अल्मोड़ा रेफर कर दिया था. परिजनों ने एंबुलेंस को फोन किया, लेकिन वह देरी से पहुंची, तब तक मरीज की मौत हो चुकी थी.