बागेश्वर:जिले के गरुड़ ब्लॉक स्थित चौरसों नदी पर मनरेगा द्वारा बनाया गया पुल 30 दिनों में ही टूट गया. 40 फिट लंबे स्पैन और मैटीरियल की गुणवत्ता में कमी के चलते पुल के ध्वस्त होने की बात सामने आई है, लेकिन विभाग जूनियर इंजीनियर की लापरवाही से हुए इस नुकसान को छुपाने में लगा है.
बागेश्वर के गरुड़ ब्लॉक स्थित चौरसों के नदी पर घटिया सामग्री से बने पुल के ध्वस्त होने पर जब मिस्त्री से बात की गई तो मिस्त्री ने बताया कि मनरेगा के जेई द्वारा बताए गए मैटीरियल और ढांचे जैसा ये पुल बनाया है. वहीं, खंड विकास अधिकारी ने बताया कि यह पुल मनरेगा द्वारा 3 लाख की लागत से बना था. साथ ही कहा कि जिस दिन पुल में सीमेंट डाला गया, उसी दिन किसी असमाजिक तत्व द्वारा पुल के नीचे से उसकी स्ट्रींग में लगे सपोर्टर खिसका दिए. जिसके चलते पुल टूट गया.