सोमेश्वर:महिला स्वयं सहायता समूहों को भारतीय स्टेट बैंक के बैंक सखी कार्यक्रम के तहत 7 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में वित्तीय गतिविधियों के अलावा विभिन्न प्रकार के स्वरोजगार से जुड़ी योजनाओं का प्रशिक्षण दिया गया. वहीं, चनौदा न्याय पंचायत में ग्राम सभा शैल में 'जय भारत स्वायत्त सहकारिता समूह' की बैठक आयोजित की गई जिसमें महिलाओं समेत ताकुला ब्लॉक की सीनियर सीआरपी वंदना आर्य तथा सीनियर सीआरपी संगीता ने भाग लिया.
बता दें कि रोजगार प्रशिक्षण संस्थान हवालबाग में भारतीय स्टेट बैंक के तत्वाधान में आरसीटी का सात दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का समापन हो गया है. जिसमें महिला समूह के अलग-अलग गांव की बैंक सखी ने प्रशिक्षण लियाय महिलाओं को स्वरोजगार से जुड़ी रिंगाल से डलिया, टोकरी, सूप तथा गुलदस्ते बनाने का प्रशिक्षण भी दिया गया.
इस मौके पर एसबीआई के प्रबंधक आर एस भारद्वाज ने कहा कि बैंकिंग कार्यों में निपुण होने के बाद बैंक सखी को जनसेवा केंद्र का लाइसेंस प्रदान किया जाएगा. जिससे नजदीकी बैंक से जुड़कर बीसी सखियां समूह के रुपयों का लेन देन करेंगी तथा आम लोगों का खाता खुलवाकर छोटे रकम की जमा व निकासी करेंगी. वहीं, जनसेवा केंद्र खोलने के लिए बीसी सखियों को ब्याज मुक्त ऋण मिलता है. एनआरएलएम की ओर से मिशन एक ग्राम पंचायत, एक बीसी सखी संचालित किया जा रहा है.
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उधर, चनौदा न्याय पंचायत के ग्राम सभा शैल में 'जय भारत स्वायत्त सहकारिता समूह' की बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में सीनियर सीआरपी वंदना आर्य ने बताया कि हमें अपनी आजीविका चलाने के लिए पहल करनी होगी. उन्होंने कहा कि जो महिला समूह में जुड़ी हैं उन्हीं को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा. स्वरोजगार के लिए बकरी बाड़ा, मुर्गीबाड़ा, मछली पालन, पशुपालन सहित अन्य योजनाओं का लाभ लेने के लिए महिला समूह से जुड़ना आवश्यक है.