रानीखेत: 30 अप्रैल को छावनी परिषद चुनाव होने हैं. जिसके बहिष्कार के लिए कैंट क्षेत्र के लोग एकजुट होने लगे हैं. छावनी परिषद चुनाव के बहिष्कार को लेकर शिव मंदिर सभागार में बैठक हुई. इस दौरान कैंट क्षेत्र वासियों ने अपने-अपने विचार रखे. इस दौरान संघर्ष समिति का गठन कर चुनाव बहिष्कार के लिए पर्चा-पोस्टर जारी करने, हस्ताक्षर अभियान चलाने और बाजार बंद करने के निर्णय लिए गए.
छावनी परिषद चुनाव के बहिष्कार को लेकर बैठक में वक्ताओं ने कहा रानीखेत छावनी सिविल एरिया को चिलियानौला नगर पंचायत में शामिल किए जाने के लिए छावनी परिषद चुनाव का बहिष्कार किया जाना जरूरी है. रानीखेत और यहां के नागरिकों के अस्तित्व को बचाने के लिए चुनाव बहिष्कार ही एक मात्र विकल्प है.
बैठक में चुनाव लड़ने वाले संभावित प्रत्याशियों से भी अपील की गई कि वे रानीखेत के हित में अपने फैसले पर पुनर्विचार करें. चुनाव लड़ने के अवसर नगर पालिका में भी मिलेंगे. इस दौरान चुनाव बहिष्कार के लिए संघर्ष समिति का भी गठन किया गया. इस दौरान वक्ताओं ने गांधी चौक पर एकत्र होकर बहिष्कार की रणनीति को और अधिक धारदार बनाने की बात कही. बता दें कि भाजपा ने कैंट बोर्ड चुनाव के लिए वरिष्ठ बीजेपी नेता और पूर्व विधायक कैलाश शर्मा को चुनाव प्रभारी बनाया है.
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