अल्मोड़ा: शहर के वाल्मीकि समाज के लोगों ने उनके सफाई औजारों की पूजा का दिन निर्धारित किया है. समाज के लोगों ने इसके लिए 31 दिसंबर का दिन तय कर उसकी सार्वजनिक छुट्टी की मांग प्रधानमंत्री से की है. इसके लिए झाड़ू, टोकरा, पंजर राष्ट्रीय संगठन का गठन किया है. वहीं संगठन ने इस वर्ष 31 दिसंबर को झाड़ू, टोकरा, पंजर की पूजा पूरे देश के सफाई कर्मचारियों से करने का आह्वान किया है.
झाड़ू टोकरा पंजर राष्ट्रीय संगठन का गठन: अल्मोड़ा में वाल्मीकि समाज के लोगों ने बैठक कर सर्वसम्मति से सफाई कार्य में मुख्य रूप से प्रयोग होने वाले झाड़ू, टोकरा और पंजर की विधि विधान से पूजा करने का निर्णय लिया है. इस दौरान झाड़ू, टोकरा, पंजर राष्ट्रीय संगठन का गठन कर प्रधानमंत्री से इस दिन पूरे देश में सफाई कर्मचारियों की छुट्टी घोषित करने की मांग की है. यह भी तय किया है कि 31 दिसम्बर को 11 बजे राजपुर वाल्मीकि बस्ती में समस्त वाल्मीकि समाज और अन्य समाज के लोग झाड़ू, टोकरा और पंजर की धूम धाम से पूजा करेंगे.
31 दिसंबर को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग: संगठन ने पूरे भारतवर्ष में सफाई कर्मचारियों और वाल्मिकी समाज से आह्वान किया है कि 31 दिसम्बर को झाड़ू, टोकरा व पंजर की पूजा अर्चना करें. संगठन के अध्यक्ष पूर्व दर्जा राज्य मंत्री एके सिकंदर पवार ने कहा कि अगर यह सफाई के औजार न होते तो पूरे देश में गंदगी का साम्राज्य होता. उन्होंने कहा कि यह तीनों औजार सफाई कर्मचारी की रोजी रोटी से जुड़े हैं. इन्हीं औजारों के कारण आज हमारे बच्चों की शिक्षा, रहन-सहन बेहतर हुआ है.
पवार ने कहा कि सभी सफाई कर्मचारियों की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग है की वह झाड़ू, टोकरा और पंजर की पूजा पूरे देश की नगरपालिका, महापालिका, नगर निगम एवं नगर निकायों में 31 दिसम्बर को कराई जाए. बैठक का संचालन कैलाश प्रसाद ने किया. इस दौरान वाल्मीकि समाज के कैलाश प्रसाद, हरी प्रसाद, रामदास, रमेश पारछा, राजेश खत्री, मनोज पवार, फूलचंद्र मेहर, अमरेश पवार, किशन लाल सहित दर्जनों लोग मौजूद रहे.
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