उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

प्रदीप टम्टा ने पूर्व CM त्रिवेंद्र पर साधा निशाना, पक्षपात करने का लगाया आरोप - Pradeep Tamta alleges favoritism with Almora

पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के अल्मोड़ा जिले काे दौरे पर राज्य सभा सांसद प्रदीप टम्टा ने जुबानी हमला बोला है. क्या कहा प्रदीप टम्टा ने आगे पढ़िये.

pradeep tamta
प्रदीप टम्टा का बयान

By

Published : Jun 26, 2021, 9:26 AM IST

सोमेश्वर: राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर अल्मोड़ा जिले के साथ मुख्यमंत्री रहते पक्षपात करने का आरोप लगाया है. उन्होंने त्रिवेंद्र सिंह पर मुख्यमंत्री रहते क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप लगाया है. साथ ही कहा कि कोसी नदी पुनर्जनन योजना का धरातल में निरीक्षण किया जाना चाहिए कि आखिर करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद कितने पेड़ और खाल खंतियां जमीन में मौजूद हैं.

दरअसल, राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा सोमेश्वर दौरे पर हैं. जहां उन्होंने पूर्व CM त्रिवेंद्र सिंह रावत के कुमाऊं दौरे को हास्यास्पद बताया है, और कहा कि मुख्यमंत्री रहते हुए त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अगर किसी जिले का सबसे ज्यादा नुकसान किया है तो वो अल्मोड़ा जिला है. मुख्यमंत्री की कुर्सी छीनने के बाद इनका अल्मोड़ा प्रेम समझ से परे है.

राज्य सभा सांसद प्रदीप टम्टा का बयान

ये भी पढ़ें:कैबिनेट फैसला: तीन जिलों के लिए 1 जुलाई से शुरू होगी चारधाम यात्रा

प्रदीप टम्टा ने कहा कि पूर्व CM त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने 4 साल के कार्यकाल में अल्मोड़ा में स्वीकृत महिला बेस अस्पताल और जवाहर नवोदय विश्वविद्यालय की शाखा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को ठंडे बस्ते में डाल दिया. राज्यसभा सांसद में ये भी कहा है की चमोली जिले में सोमेश्वर के साथ स्वीकृत महिला बेस अस्पताल आज लोगों को सेवाएं दे रहा है. लेकिन सोमेश्वर क्षेत्र के साथ भाजपा सरकार ने पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाते हुए कांग्रेस शासन काल में स्वीकृत योजनाओं को अधर में लटका दिया.

ये भी पढ़ें: मसूरी के फाइव स्टार होटल में फेरों से पहले टूटी शादी, दुल्हन ने कर दिया इंकार

राज्य सभा सांसद ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ने सोमेश्वर विधानसभा क्षेत्र में कौन सी योजना को साकार किया है. राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने कोसी नदी पुनर्जनन योजना में करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री जरा ये बताएं कि आखिर जमीन में लगाए गए लाखों पेड़ों और लाखों खाल खंतियों में कितने जीवित हैं.

ये भी पढ़ें: क्रश बैरियर से टकराने के बाद कार में लगी आग, बाल-बाल बची 5 लोगों की जान

उनका कहना है कि कोसी नदी के संरक्षण के लिए कांग्रेस सरकार ने एक दीर्घकालीन योजना बनाई थी. जिसे भाजपा सरकार ने आते ही ठंडे बस्ते में डाल दिया और अपनी कोरी वाहवाही के लिए कोसी पुनर्जनन अभियान को कागजों में मूर्त रूप दिया जा रहा है, जिसकी जांच की जानी चाहिए.

ABOUT THE AUTHOR

...view details