अल्मोड़ा: कोरोना जांच के नाम पर कई अस्पतालों में समय पर इलाज न मिलने के कारण गर्भवती महिला की मौत मामले में विधानसभा उपाध्यक्ष ने गहरी नाराजगी जताई है. विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान ने जिला अस्पताल पहुंचकर डॉक्टरों के साथ मीटिंग की और इस मामले में डीजी हेल्थ से बात कर डेथ ऑडिट कराने की बात की है. वहीं, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने मामले में सरकार और स्वास्थ्य महकमे को दोषी ठहराते हुए इसकी जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
जानकारी के मुताबिक, कोसी कटारमल निवासी आशा देवी जो कि 5 माह की गर्भवती थी. उसे सांस लेने में दिक्कत होने पर परिजन उसे उपचार के लिए बीते शुक्रवार को अल्मोड़ा नगर के एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां से अस्पताल की ओर से महिला की पहले कोविड जांच कराने की बात कहकर महिला को जिला अस्पताल भेज दिया.
वहीं, जिला अस्पताल ने भी महिला को कोरोना जांच कराने के लिए महिला को बेस अस्पताल भेज दिया. बेस अस्पताल पहुंचकर महिला की कोरोना जांच तो की गई, लेकिन कोरोना की रिपोर्ट के इंतजार में कई घंटे बीत गए. हालांकि, महिला की कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आई, जिसके बाद परिजन उसे लेकर फिर जिला अस्पताल पहुंचे. लेकिन, तब तक इलाज के अभाव में गर्भवती महिला ने दम तोड़ दिया.