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किसानों ने दिल्ली कूच की दी चेतावनी, 55,000 लोगों का हस्ताक्षरित ज्ञापन राष्ट्रपति को भेजा - Dehradun News

अल्मोड़ा में भी उत्तराखंड किसान सभा के बैनर तले चौघानपाटा चौक में किसान सभा के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर केंद्र सरकार का पुतला दहन किया और जमकर नारेबाजी की.

Protest of farmers in Uttarakhand
उत्तराखंड में किसानों का प्रोटेस्ट

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Published : Dec 3, 2020, 9:31 PM IST

देहरादून/काशीपुर/ऋषिकेश/अल्मोड़ा: नए कृषि कानून के खिलाफ देशभर के किसान केंद्र सरकार के खिलाफ लामबंद है. ऐसे में उत्तराखंड भी इस आंदोलन की आग से अछूता नहीं है. गुरुवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कृषि कानून के खिलाफ चलाए गए हस्ताक्षर अभियान के तहत राष्ट्रपति को संबोधित उत्तराखंड के 55,000 किसानों का हस्ताक्षरित ज्ञापन कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव जेडी सेलम को सौंपा.

वहीं, उधम सिंह नगर जिले के कुंडा थाना क्षेत्र के किसान भी किसान आंदोलन को समर्थन देने बुधवार को कुंडा क्षेत्र से ट्रेक्टर ट्रालियों से राशन लेकर निकले हैं. ऐसे में दर्जनों किसानों को दिल्ली बार्डर गाजीपुर में पुलिस ने रोक दिया. उधर, ऋषिकेश में भारतीय किसान यूनियन भानू से जुड़े किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर केंद्र सरकार और दिल्ली में डटे किसानों के बीच वार्ता विफल रहती है तो वह यूनियन से जुड़े सैकड़ों कार्यकर्ता दिल्ली कूच करेंगे. भारतीय किसान यूनियन भानु के नव मनोनीत राष्ट्रीय महासचिव डॉक्टर कदम सिंह बालियान ने यह चेतावनी दी है.

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जबकि, अल्मोड़ा में भी उत्तराखंड किसान सभा के बैनर तले चौघानपाटा चौक में किसान सभा के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर केंद्र सरकार का पुतला दहन किया और जमकर नारेबाजी की. इस मौके पर उत्तराखंड किसान यूनियन के जिला संयोजक दिनेश पांडेय ने कहा कि आज केंद्र की बीजेपी सरकार पूरी तरह से पूंजीपतियों के पक्ष में काम कर रही है सरकार किसान की खेती को भी पूंजीपतियों को सौपने के षड्यंत्र में लगी है. नया किसान बिल इसी षड्यंत्र का हिस्सा है. देशभर से मंडियों को खत्म करने की साजिश चल रही. इस साजिश को देशभर के किसान कामयाब नहीं होने देंगे.

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