अल्मोड़ा:आज बीजेपी की ओर से कुमाऊं को साधने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अल्मोड़ा पहुंचे. यहां पहुंचकर पीएम ने सबसे पहले अपने चिर-परिचित अंदाज में कुमाऊं के कुलदेवता गोल्ज्यू महाराज, भगवान बागनाथ और मां नंदा के अभिवादन से संबोधन की शुरुआत की, फिर विपक्ष पर ताबड़तोड़ हमले शुरू किए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को उत्तराखंड के कितना लगाव है ये इसी बात से पता चलता है कि उनकी ओर से कोई यहां वोट मांगने तक नहीं आ रहा केवल एक परिवार के भाई-बहन यहां वोट मांगते नजर आ रहे हैं क्योंकि ये लोग प्रदेश या देश की नहीं केवल परिवार की सोचते हैं. गौर हो कि इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी साल 2014 में गुजरात के मुख्यमंत्री रहने के दौरान अल्मोड़ा में जनसभा कर चुके हैं.
पलायन रोकने पर रहा पीएम का जोर: पीएम ने अपने भाषण में सबसे ज्यादा पलायन के मुद्दे पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि, पिछली सरकारों में, यहां तक कि उत्तर प्रदेश का हिस्सा होने के समय से पलायन उत्तराखंड का एक मुख्य मुद्दा रहा है, लेकिन ये वर्तमान चुनाव पलायन को पलटने वाला और पर्यटन को बढ़ाने वाला चुनाव है.
बीजेपी के कमल और उत्तराखंड के ब्रह्मकमल का नाता: पीएम ने कहा कि, प्रदेश की जनता को तय करना है कि इस चुनाव में पर्यटन को बढ़ावा देने वाले लोग चाहिए या पलायन को बढ़ावा देने वाले लोग. पीएम ने कहा कि, बीजेपी पर्यटन, प्रगति, प्रकृति और रोजगार के लिए काम करने वाली सरकार है. पीएम ने कहा कि, अब यहां से जाएंगे नहीं बल्कि लोगों को यहां बुलाएंगे और यहां की प्रकृति के दर्शन कराएंगे. बीजेपी के कमल और उत्तराखंड के ब्रह्मकमल का अटूट नाता है और इसलिए डबल इंजन की सरकार गरीब का दर्द समझती है. उसकी दिक्कतों को दूर करने के लिए दिन रात काम कर रही है.
100 फीसदी वैक्सीनेशन टोका-टाकी करने वालों के मुंह पर तमाचा: वहीं, उत्तराखंड में शत-प्रतिशत कोविड वैक्सीनेशन को बड़ी उपलब्धि बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि, उत्तराखंड उन राज्यों में शामिल हुआ जिसने शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन डोज का रिकॉर्ड बनाया जो टीके पर टोका-टोकी करने वाले लोगों के मुंह पर तमाचा है. पीएम ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि, जब हम लोग उत्तराखंड के दूरदराज पहाड़ों पर रहने वाले लोगों की जिंदगी बचाने के लिए दिन-रात एक कर रहे थे तो निराशावादी लोग कहते थे कि पहाड़ों पर एक गांव तक वैक्सीन नहीं पहुंच सकती, क्योंकि उन्होंने कभी इतना बड़ा काम किया ही नहीं है, वो लोग ये सब सोच ही नहीं सकते थे.
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पहले वैक्सीन लगाने में 40 साल लगते थे: PM मोदी ने कहा कि बीजेपी सरकार ने हर एक गरीब तक वैक्सीन पहुंचाई चाहे उनके सामने बर्फबारी हो, नदी-नाले हों, प्राकृतिक आपदाएं आई हों, सब संकट पार करके हमारे हेल्थ वर्करों ने गांव-गांव तक वैक्सीन पहुंचाई और ज्यादा से ज्यादा लोगों का जीवन बचाने का लक्ष्य को लेकर काम किया गया. उन्होंने उत्तराखंड के लोगों की जान बचाने के लिए अपने जीवन की परवाह नहीं की. पहले हमारे देश में एक वैक्सीन को लगाते-लगाते 40 साल लग जाते थे. कोरोना संकट के समय में हमारी सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के जरिए मुफ्त राशन की जिम्मेदारी भी निभाई है.
टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन पर दिया भरोसा: प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यही लोग कहते थे कि पहाड़ों पर सड़कें बनाना आसान नहीं है इसलिए यहां ऐसे ही चलना पड़ता है. लेकिन आज उत्तराखंड में चारों धामों को जोड़ने के लिए ऑल वेदर रोड का काम चल रहा है. जहां सड़कें बनाने को लोग मुश्किल बताते थे, वहां आज पहाड़ों पर भी रेल पहुंच रही है. ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना का काम तो चल ही रहा है, साथ ही टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन का सपना भी आने वाले समय में जरूर साकार होगा. इस परियोजना के बारे में सबसे पहले अंग्रेजों के समय में सोचा गया था जब देश गुलाम था. लेकिन अंग्रेजों ने भी केवल बातें की और कांग्रेस वालों ने भी केवल बातें की. हमने तय किया है इन सपनों को हम साकार कर के रहेंगे.
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पर्वतमाला योजना से होगा लाभ: बीजेपी सरकार कुमाऊं क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण रेल योजना पर काम कर रही है. इसी तरह दिल्ली आने जाने के लिए भी एक्सप्रेसवे बनने जा रहा है. इससे यात्रा का समय भी घटेगा और उत्तराखंड का विकास भी तेजी पकड़ेगा. डबल इंजन की सरकार के लिए उत्तराखंड का विकास सर्वोच्च प्राथमिकता में से एक है. इस बार के बजट में केंद्र सरकार ने उत्तराखंड को विशेष ध्यान में रखते हुए पर्वतमाला योजना बनाई है. हिंदुस्तान में पहली बार इस तरह की योजना बनाई गई है. इस योजना के तहत पहाड़ों पर आधुनिक कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार किया जाएगा. आधुनिक सड़कें बनाई जाएंगी और आने जाने के लिए रोप-वे भी बनाए जाएंगे. इसका लाभ उत्तराखंड के स्थानीय लोगों को तो होगा ही साथ ही इससे देश की सुरक्षा में डटे सैनिकों के लिए भी सुविधा बढ़ेगी और सीमा से सटे गांवों के विकास हो सकेगा.