अल्मोड़ा: कुमाऊं रेजिमेंटल सेंटर रानीखेत में एक प्रभावशाली 'प्रेसिडेंट कलर प्रेजेंटेशन परेड' का आयोजन किया गया. इस दौरान भारतीय सेना के नागा रेजीमेंट की तीसरी बटालियन को राष्ट्रपति मानक ध्वज रंग प्रदान किया गया. यह ध्वज निशान उल्लेखनीय कार्यों के लिए सैन्य यूनिट को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है.
बता दें कि रानीखेत के सोमनाथ मैदान में चीफ ऑफ द आर्मी स्टाफ (सीओएएस) जनरल मनोज पांडे ने शिरकत की. इस दौरान चीफ ऑफ द आर्मी स्टाफ मनोज पांडे ने कहा कि नागा रेजिमेंट्स का इतिहास शौर्य और साहस से भरा पड़ा है. भारतीय सेना परिवर्तन के दौर से गुजर रही है. उन्होंने कम समय में उल्लेखनीय कार्य के लिए नागा बटालियन की ओर से राष्ट्रपति ध्वज निशान हासिल करने को बड़ी उपलब्धि बताया.
चीफ ऑफ द आर्मी स्टाफ जनरल मनोज पांडे
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जनरल मनोज पांडे ने कहा कि आधुनिकीकरण एवं तकनीक के समावेश से आने वाले दौर में भारतीय सेना और ज्यादा मजबूत बन जाएगी. उन्होंने नागा रेजिमेंट के अफसर और जवानों से कहा कि वो अपने दायित्व एवं भूमिका का बखूबी निर्वहन करें. साथ ही देशसेवा के लिए लगातार उत्कृष्ट और उल्लेखनीय प्रदर्शन करते रहें. इससे पहले चीफ ऑफ द आर्मी स्टाफ थल सेना अध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने प्रेजेंटेशन परेड का निरीक्षण कर सलामी ली.
नागा रेजीमेंट की तीसरी बटालियन को मिला 'राष्ट्रपति मानक ध्वज रंग'
वहीं, जनरल मनोज पांडे ने नागा रेजिमेंट की कुमाऊं रेजिमेंटल सेंटर मुख्यालय में स्थापना से लेकर अब तक के इतिहास पर प्रकाश भी डाला. उन्होंने सभी रैंकों को गर्व के साथ राष्ट्र की सेवा करने के लिए प्रेरित करते हुए बधाई दी. उन्होंने कहा कि नागा रेजीमेंट का इतिहास वीर गाथाओं से भरा हुआ है, जो हम सभी के लिए गर्व की बात है.