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अल्मोड़ा: बजट का रोना रो रहा लोक निर्माण विभाग, खस्ताहाल सड़क पर गड्ढे दे रहे हादसों को दावत

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Published : Jul 27, 2020, 7:25 PM IST

अल्मोड़ा जिले के बदहाल सड़कों से आवागमन करने वालों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसके साथ ही यह बदहाल सड़कें हादसों का सबब भी बन रही है. वहीं विभाग बजट का रोना रो रहा है.

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बदहाल सड़क पर आवागमन को मजबूर लोग

अल्मोड़ा: राज्य सरकार प्रदेश के गांवों को सड़क से जोड़ने का दावा कर रही है. लेकिन अल्मोड़ा जिले के मुख्य सड़कों पर गड्ढे हादसों को दावत दे रहे हैं. जिस कारण इन मार्गों से आवागमन कर रहे लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसके साथ ही बदहाल सड़कें हादसों का सबब भी बन रही हैं. सड़कों को दुरुस्त करने के बजाय कई जगहों में इन गड्ढों को मिट्टी से पाटा जा रहा है.

खस्ताहाल सड़क पर गड्ढे दे रहे हादसों को दावत.

अल्मोड़ा से चारधाम को जोड़ने वाले राष्ट्रीय मार्ग पर इस कदर गड्ढे बन गए हैं कि वाहन तो दूर लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है. इतना ही नहीं अल्मोड़ा नगर के अंतर्गत लोअर माल रोड, एलआर शाह रोड, एसएसजे कैंपस रोड भी गड्ढे हादसों को दावत दे रहे हैं. इसके साथ ही अल्मोड़ा से कोसी और कोसी से कौसानी जाने वाले मार्ग अपनी बदहाली खुद ही बयां कर रही है.

जबकि, इस मार्ग से रोजाना सैकड़ों वाहन गुजरते हैं. ऐसे में यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि इतने महत्वपूर्ण मार्ग की जब ऐसी दशा है तो बाकी सड़कों की क्या स्थिति होगी? इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है. जिले की सड़कों के सुंदरीकरण को लेकर कांग्रेस पार्टी द्वारा लोक निर्माण विभाग को कई बार ज्ञापन दिया जा चुका है. लेकिन, विभाग द्वारा अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है.

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कांग्रेस नगर अध्यक्ष पूरन रौतेला का कहना है कि लोक निर्माण विभाग को सड़कों की बदहाली को सुधारने के लिए 15 दिन का अल्टीमेटम दिया गया है. इसके बाद भी हालत नहीं सुधरे तो कांग्रेस पार्टी पूरे जिले में आंदोलन करने को विवश होगी.

वहीं लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता दिवाकरण सिंह ह्यांकी ने बताया कि 245 किलो मीटर सड़कों के मरम्मत का लक्ष्य रखा गया था. जिसमें 147 किलोमीटर तक सड़कों की मरम्मत की जा चुकी है. जबकि, बाकी बचे सड़कों की मजदूरों और बजट की कमी के कारण मरम्मत नहीं हो पाई है. ऐसे में बजट आने के बाद सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त कर दिया जाएगा.

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